राजधानी पटना स्थित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सर्दियों के मौसम में विजिबिलिटी को लेकर अक्सर परेशानी आती है। इस वजह से फ्लाइट को लैंड करें में काफी दिक्कत होती है। इसके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। पटना एयरपोर्ट पर कैट-1 लाइट लगाने के लिए सर्वे जुलाई में पूरा कर लेने का पटना के प्रमंडलीय आयुक्त ने निर्देश दिया है। कोशिश की जा रही है कि इसे जल्द से जल्द यहां लगाया जाये। पटना के प्रमंडलीय आयुक्त और विमानपत्तन पर्यावरण प्रबंधन समिति पटना के अध्यक्ष कुमार रवि की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी।
कैट-1 लाइटिंग से बढ़ जाएगी विजिबिलिटी।
बता दें कि कैट-। (एप्रोच) लाइट एयरक्राफ्ट को लैंड करने में विजुअल सहायता प्रदान करती है। इसको लगाने से पटना एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी की आवश्यकता 1000 मीटर से घटकर 700 मीटर हो जायेगी। इससे पटना एयरपोर्ट रनवे पर वायुयानों की लैंडिंग क्षमता में वृद्धि होगी। फलस्वरूप वायुयानों के आवागमन की संख्या बढ़ेगी। ठंड के मौसम में कुहासा आदि के कारण होने वाली कठिनाइयों को दूर किया जा सकता है और विमानों को रद्द करने की संभावना न्यूनतम की जा सकती है।
एयरपोर्ट की सुरक्षा पर दी गई जानकारी।
बैठक में पटना एयरपोर्ट के निदेशक अंचल प्रकाश द्वारा पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से एयरपोर्ट की सुरक्षा एवं विकास के बारे में जानकारी दी गयी. उन्होंने बताया कि फ्लाइट सुरक्षा के लिए नियमित अंतरालों पर पेड़ों की छंटाई करना आवश्यक है. इसके लिए संजय गांधी जैविक उद्यान के निदेशक के साथ नियमित तौर पर समन्वय करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाती है. उन्होंने कहा कि पटना एयरपोर्ट परिसर से लगभग 30 आवारा कुत्तों को हटाकर पटना नगर निगम ने एयर ट्रैफिक सुरक्षा में अहम योगदान दिया है।