अब देश के कोने- कोने में चलेगी हाई स्पीड ट्रेन। रेलवे द्वारा हर साल 80000 स्पेशल पहिया बनाने का टेंडर जारी।

हालांकि अभी देश में बुलेट ट्रेन चलने में काफी वक्त है लेकिन उसके पहले ही देश के कोने कोने में सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने की योजना है। अगले साल 15 अगस्त तक बड़ी संख्या में वंदे भारत ट्रेन को पटरियों पर उतारा जाएगा। रेलवे ने इसके लिए स्पेशल पहिए बनाने का टेंडर जारी किया है।

रेलवे की ओर से 600 करोड़ रुपए की लागत से हर साल 80,000 पहियों को तैयार किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को ऐलान किया कि मंत्रालय ने इन पहियों को तैयार करने के लिए और उद्योग को आमंत्रित करने के लिए एक टेंडर जारी की है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों (वंदे भारत) और हाई-स्पीड ट्रेनों (बुलेट ट्रेन) के लिए किया जाएगा

चीनी कंपनी को मिला ठेका।

बताया जा रहा है कि उत्पादन इकाई स्थापित करने की अनुमानित लागत करीब 1,000 करोड़ रुपए है और यह टेंडर केवल भारतीय कंपनियों के लिए खुला है। मंत्रालय पहले इन विशेष पहियों के लिए यूरोप से आयात पर निर्भर था, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बाधित हुई आयात स्थिति का हवाला देते हुए रेलवे ने चीनी कंपनी के साथ 39,000 पहियों का ऑर्डर दिया था। हालांकि अब इन पहियों का निर्माण भारत में किया जाएगा। रेल मंत्री ने बताया कि यूरोप से आयात करने के लिए बहुत कोशिश की थी, लेकिन नहीं हो पाने की वजह से एक चीनी फर्म को ठेका देना पड़ा।