गंगा नदी को साफ करने के लिए शुरू की गई नमामि गंगे परियोजना के तहत पटना में एक बड़ा काम हो गया है। शहर में 4 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट( एसटीपी) चालू हो चुके हैं। इससे अब शहर के 42 प्रतिशत तक पानी साफ होकर गंगा नदी में पहुंच रहा है। अभी दो प्लांट को और चालू किया जाना है। शहर के 3 हजार से अधिक कॉलोनियों का 200 मिलियन लीटर पानी रोज साफ होकर गंगा में पहुंच रहा है। इसके लिए राजधानी में 433 किमी पाइपलाइन बिछाई गई है।
इन इलाकों में पूरा हुआ काम।
फिलहाल बेउर एसटीपी से 158 किमी, सैदपुर एडज्वानिंग से 55 किमी, सैदपुर मेन से 123 किमी, कर्मलीचक से 96.52 किमी, पहाड़ी जोन-4 में 92 किमी और पहाड़ी जोन-5 में 104.03 किमी नेटवर्क को जोड़ दिया गया है। कंकड़बाग और दीघा क्षेत्र के बड़े हिस्से में अभी पाइपलाइन नहीं बिछाई जा सकी है। इन दोनों हिस्सों में 450 किमी पाइपलाइन बिछाने की योजना है। इसके लिए डेढ़ दो साल का और वक़्त लगेगा।
अगले 40 साल की आबादी को ध्यान में रखकर सभी एसटीपी का निर्माण किया गया है। बेउर एसटीपी वर्तमान समय में 43 एमएलडी पानी के साथ संचालित है।इसी तरह सैदपुर और पहाड़ी एसटीपी 60-60 एमएलडी के साथ ही कर्मलीचक एसटीपी की क्षमता 37 एमएलडी है। संचालित किए जा रहे इन सभी एसटीपी से पटना सिटी, राजेंद्र नगर, कर्मलीचक, बेऊर समेत कई इलाके से आने वाले गंदे पानी को साफ किया जा रहा है।