अब मार्च 2023 तक पूरा हो जाएगा हाजीपुर- मुजफ्फरपुर फोरलेन और बाईपास का काम। लंबे समय से चल रहा है निर्माण।

बिहार में कई ऐसे निर्माणाधीन परियोजनाएं हैं कई कारणों से विलंब चल रहे हैं। अधिकांश जगह जमीन अधिग्रहण की बाधाओं के कारण निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। इसी तरह हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोरलेन एवं हाजीपुर बायपास के निर्माण की चौथी डेडलाइन भी फेल हो गई है। अब इसका काम मार्च 2023 में पूरा होगा। इसके लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने नई डेडलाइन दी है।

7 साल तक बंद रहा था निर्माण कार्य।

बता दें कि 63.17 किमी लंबी हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोरलेन की अनुमानित लागत करीब 671 करोड़ रुपए है। इस फोरलेन प्रोजेक्ट पर 2010 में काम शुरू हुआ था। लेकिन, जमीन अधिग्रहण की बाधाओं के कारण 2013 से 2020 तक सात वर्षों तक काम बंद रहा। जिसके बाद एनएचएआई ने प्रोजेक्ट काे डी-स्काेप की श्रेणी में डाल कर इसे बंद करने का निर्णय ले लिया।
लेकिन, पथ निर्माण विभाग की पहल के बाद 27 जून 2020 से प्रोजेक्ट पर नए सिरे से काम शुरू हुआ। जमीन अधिग्रहण की समस्या भी लगभग दूर कर ली गई है। 63.17 किमी में से करीब 54 किमी लंबाई में सड़क का निर्माण हो चुका है।

अधूरा है बाईपास का भी काम।

17 किलाेमीटर लंबाई में हाजीपुर बायपास का निर्माण होना है। इस पर अलग से 180 करोड़ खर्च होना है। 17 में से 6 किलाेमीटर बायपास का निर्माण 8 वर्ष पहले हाे चुका है। लेकिन, लेकिन, एनएच-102 के ऊपर फ्लाईओवर, दाे बड़े पुल और एक रेल ओवरब्रिज का निर्माण अभी आधा-अधूरा है।