प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में उड़ान योजना शुरू की थी। इसके तहत उन्होंने कहा था कि अब हवाई चप्पल पहन ने वाला व्यक्ति भी हवाई जहाज से चलेगा। उनके कहने का तात्पर्य यह था कि गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार भी अब कम खर्चे में हवाई यात्रा कर सकता है। लेकिन विमान कंपनियां इसे पूरी तरह से ठेंगा दिखा रही हैं। दिवाली पर घर आने के लिए मुंबई से दरभंगा का किराया 33000 के पार पहुंच चुका है।
33000 के पार पहुंचा मुंबई- दरभंगा का किराया।
यात्रियों के दबाव को देखते हुए एयरलाइंस कंपनी इसका लाभ उठा रही है। दीपावली से एक दिन पूर्व 23 अक्टूबर को मुंबई से दरभंगा का किराया रिकॉर्ड 33126 रुपये है। यह इस रूट का अब तक का सर्वाधिक किराया बताया जा रहा है। मुंबई से सुबह 9 बजे वाली इंडिगो की कनेक्टिंग फ्लाइट का किराया 33126 रुपए है। मेकमायट्रिप वेबसाइट के 4:00 बजे के आंकड़ों के अनुसार मुंबई से दरभंगा की सुबह 6:20 वाली फ्लाइट का किराया ₹21267 हो चुका है। वहीं बेंगलुरु का किराया 17 हजार को पार कर गया है। 22 अक्तूबर को दिल्ली से आने वाले यात्रियों को प्रति टिकट 20 हजार रुपये से अधिक देना पड़ रहा है।
हवाई चप्पल वालों के बस की बात नहीं हवाई यात्रा।
विशेष अवसरों पर महंगा टिकट होने से मध्यमवर्गीय परिवार काफी परेशान हो रहे हैं। बाहर में मेहनत मजदूरी करने वाले लोगों के लिए हवाई चप्पल पहन कर हवाई जहाज से घर आना मुश्किल हो रहा है। जबकि उड़ान योजना के तहत किफायती दर पर टिकट की बात कही गयी थी। लोगों का कहना है कि लगभग डेढ़ माह पहले टिकट बुक कराने पर जब यह रेट है, तब आगे क्या होगा, समझा जा सकता है।