कल मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत। 22 राज्यों के 300 से ज्यादा संगठन हो रहे हैं शामिल।

तीन कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसानों के आंदोलन को और व्यापक बनाने के लिए देशभर के किसान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में जुटेंगे।

केंद्र सरकार की कई नीतियों के विरोध में किसान एकजुट होंगे। बता दें कि 2022 मैं उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव है। इसी चुनाव के पहले किसान अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले हो रहे इस महापंचायत में देशभर के 22 राज्यों से 300 से ज्यादा संगठन शामिल होंगे। जिनमें करीब 60 किसान संगठन होंगे और अन्य कर्मचारी, मजदूर, छात्र, शिक्षक, रिटायर्ड अधिकारी, सामाजिक, महिला आदि संगठन शामिल रहेंगे। किसानों के 40 संगठन अग्रणी भूमिका में रहेंगे, जबकि 20 संगठन पूरा सहयोग करेंगे।

बता दें कि किसान संयुक्त मोर्चा की महापंचायत के लिए मुजफ्फरनगर में राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर दो लाख वर्गफुट का विशाल पंडाल तैयार है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के बैठने को करीब साढ़े तीन हजार वर्ग फुट का विशाल मंच भी बनाया गया है। आयोजकों का मानना है कि इस महापंचायत में लाखों किसानों के आने की संभावना है।

इस महापंचायत में मुख्य रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड के किसानों की आने की संभावना है। बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश महेंद्र सिंह टिकैत और चौधरी चरण सिंह के जमाने से ही किसान आंदोलन का मुख्य केंद्र रहा है।

इधर मीडिया से बातचीत करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि देशभर के सारे किसान सरकार की जुटेंगे जहां नीतियों पर चर्चा होगी। यह जो पूरे देश में सेल इंडिया का बोर्ड लगा है जिस तरह से सरकार सारी सरकारी संस्थाएं बेच रही है इस पर भी चर्चा होगी। और किसानों के जो समस्याएं हैं उस पर तो बात होगी ही।