अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद बहुत सारे लोग देश छोड़कर भागने को मजबूर हैं। काबुल एयरपोर्ट पर लोगों का हुजूम उमड़ रहा है। कल ही काबुल एयरपोर्ट पर भगदड़ में 6 लोगों की मौत हुई थी। आज भी काबुल एयरपोर्ट पर गोलीबारी में एक अफगान सैनिक की मौत हो गई। जर्मनी की सेना ने बताया कि एक अज्ञात हथियारबंद ने अफगान सेना पर गोलीबारी शुरू कर दी। जिसमें एक अफगान सैनिक की मौत हो गई और तीन घायल हैं। जर्मन सेना ने यह भी बताया कि इस गोलीबारी में जर्मनी और अमेरिका के सैनिक भी शामिल रहे।
यह घटना तब हुई जब तालिबान ने अपने कुछ लड़ाकों को पंजशीर घाटी पर कब्जा करने को भेजा है। वहीं तालिबान ने कहा कि उन्होंने एक दिन पहले विरोधियों द्वारा जब्त किए गए पंजशीर के तीन जिलों को वापस ले लिया और पंजशीर को घेर लिया, जो अंतिम प्रांत है जो उनके नियंत्रण से बाहर है।
वहीं इटली की एक मानवाधिकार संस्था ने कहा कि उसने आज गोली से घायल छह व्यक्तियों का इलाज किया है। बता दें कि तालिबान के कब्जे के बाद अब तक गोलीबारी में 20 लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं तालिबान ने इस अराजक स्थिति के लिए अमेरिका को दोषी करार दिया है। तालिबान का कहना है कि हम दो दशकों के बाद अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा लाना चाहते हैं। जिन लोगों ने पूर्व की सरकार और अमेरिका की मदद की थी हम उनसे कोई भी बदला नहीं लेंगे। अफगानी लोगों को देश छोड़कर जाने की जरूरत नहीं है।