कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के पदक तालिका की शुरुआत एक महिला मीराबाई चानू के गोल्ड जीतने से हुई। इसके बाद अन्य भारतीय लोगों ने भारत को गोल्ड दिलाया। भारतीय महिला लॉन बॉल्स टीम ने मंगलवार को कॉमनवेल्थ गेम्स के महिला फोर्स (चार खिलाड़ियों की टीम) स्पर्धा के खिताबी मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 17-10 से हरात हुए गोल्ड मेडल जीता। टीम ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराया था।
गुमनाम खेल में बेटियों ने दिलाया मान।
बता दें कि इस खेल को अब तक कुछ गिने चुने लोग ही जानते थे। इसके अलावा इस खेल में अब तक भारत कोई भी पदक नहीं जीत पाया था। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने लॉन बॉल में अपने पदकों की शुरुआत ही स्वर्ण पदक से की है। इस ‘गुमनाम’ खेल को इस महीने से पहले तक कोई नहीं जानता था, लेकिन भारतीय की बेटियों ने पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
भारत का चौथा गोल्ड मेडल।
भारतीय टीम पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में महिला फोर्स प्रारूप के फाइनल में पहुंची थी। लवली चौबे (लीड), पिंकी (सेकेंड), नयनमोनी सेकिया (थर्ड) और रूपा रानी टिर्की (स्किप) की भारतीय महिला फोर्स टीम ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। यह भारत का अब तक का चौथा गोल्ड मेडल है। और वेटलिफ्टिंग के बाद किसी स्पर्धा में पहला गोल्ड मेडल है।