आज शुरूआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया और नीचे गिर गया। एक डॉलर की कीमत ₹81.47 रुपए रही। पिछले बंद भाव से यह 38 पैसा टूटा है। उधर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि डॉलर के मुकाबले रुपया पूरी मजबूती के साथ खड़ा है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 81.47 पर खुला, फिर गिरकर 81.52 पर आ गया। इस तरह रुपया पिछले बंद भाव के मुकाबले 43 पैसे टूटा।
आर्थिक मोर्चे पर देश के लिए बुरी खबर।
रुपया कमजोर होने से भारत का आयात बिल बढ़ जाएगा। भारत को आयात के लिए पहले के मुकाबले ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। आयात पर निर्भर कंपनियों का मार्जिन कम होगा, जिसकी भरपाई दाम बढ़ाकर की जाएगी। इससे महंगाई बढ़ेगी। पेट्रोलियम उत्पाद , विदेश घूमना, विदेश से सर्विसेज लेना आदि भी महंगा हो जाएगा। रुपया कमजोर होने से विदेशी मुद्रा भंडार कमजोर होता है। खजाना खाली होगा। यह देश के आर्थिक लिहाज से बुरी खबर है।
पीएम कमजोर होने पर गिरता है रुपया: मोदी
बता दें कि 2013-14 के दौरान जब रुपया ₹60 से ₹65 के बीच प्रति डॉलर बना हुआ था तब पीएम मोदी ने कहा था कि जिस देश का प्रधानमंत्री कमजोर होता है उस देश का रुपया गिरता है। आज रुपए ने 81 का भी आंकड़ा पार कर लिया है। बहरहाल यह देखने का विषय है कि पीएम मोदी खुद को कमजोर कहते हैं या नहीं।