तालिबान ने कहा, पंजशीर पूरी तरह से हमारे कब्जे में। मसूद ने अफगानिस्तानियों को तालिबान के खिलाफ विद्रोह करने को कहा।

दिवंगत तालिबान विरोधी कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने पूरे अफगानिस्तान के लोगों से “तालिबान के खिलाफ राष्ट्रीय विद्रोह” में खड़े होने का आह्वान किया है। पंजशीर से अपदस्थ उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के साथ विद्रोहियों के खिलाफ प्रतिरोध में प्रयासों का नेतृत्व कर रहे मसूद ने अपने फेसबुक पेज पर एक संदेश जारी कर कहा कि वे उग्रवादी समूह के खिलाफ खड़े होंगे और लड़ेंगे।

यह संदेश उन खबरों के बीच आया जिसमें कहा जा रहा है कि अमरूल्लाह सालेह भागकर ताजिकिस्तान चले गए हैं और कि तालिबान ने पंजशीर पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। घाटी में जारी मानवीय संकट के बीच नेशनल रेसिस्टेंट फ्रंट ( एनआरएफ) ने कल लड़ाई के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया था, जहां तालिबान ने उन्हें अलग-थलग करने के प्रयास में इंटरनेट और अन्य आवश्यक आपूर्ति काट दी थी। अहमद मसूद ने अपने ऑडियो संदेश में कहा है कि पंजशीर में प्रतिरोध बल अभी भी मौजूद हैं और तालिबान से लड़ना जारी रखेंगे।

वहीं तालिबान ने कहा है कि जो कोई भी विद्रोह शुरू करने की कोशिश करेगा हम उसे खत्म कर देंगे।
तालिबान ने पंजशीर में गवर्नर हाउस के ऊपर अपना झंडा फहराए जाने का एक वीडियो प्रकाशित किया – एक ऐतिहासिक जीत को रेखांकित किया जिसने 40 वर्षों के संघर्ष के दौरान पहली बार तालिबान विरोधी गढ़ को पराजित होते देखा है।

दूसरी तरफ नेशनल रेसिस्टेंट फ्रंट का कहना है कि, तालिबान का पंजशीर पर कब्जा करने का दावा झूठा है। एनआरएफ बल लड़ाई जारी रखने के लिए घाटी में सभी रणनीतिक पदों पर मौजूद हैं। हम अफगानिस्तान के लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि तालिबान और उनके सहयोगियों के खिलाफ संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक न्याय और आजादी नहीं मिलती।