पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएम आरसीएल) द्वारा बनाया बनाए जा रहे पटना मेट्रो में काम लगातार चल रहा है। पीएमआरसीएल की कोशिश है कि जल्द से जल्द काम पूरा किया जाए। इसे देखते हुए पटना नगर निगम से तीन स्टेशनों के लिए जमीन ली जा रही है। हालांकि बनने वाले कुल 4 इंटरचेंज और 24 स्टेशनों में से अभी लेवल 3 स्टेशनों के लिए ही जमीन उपलब्ध हो पा रही है। पीएमआरसीएल ने अ 3 स्टेशनों और पावर सब-स्टेशन और पिलर के लिए नगर निगम से 8273.59 वर्ग मीटर जमीन के स्थायी हस्तांतरण की मांग की है। नगर निगम की स्थायी सशक्त समिति जमीन देने की दो तरह की शर्तों पर चर्चा के बाद जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करेगी।
फिलहाल भूतनाथ रोड से जीरो माइल के बीच मेट्रो निर्माण का कार्य चल रहा है। यहां भूतनाथ रोड, मलाही पकड़ी और जीरो माइल स्टेशन के लिए जमीन मिल चुकी है। अब पीएमआरसीएल ने मीठापुर से बस स्टैंड हटने के बाद इस इलाके में मेट्रो के लिए जमीन की मांग की है।
पिछले दिनों पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि मीठापुर से बस स्टैंड हटने के बाद तीन विश्वविद्यालयों के एकेडमिक ब्लॉक के निर्माण और मेट्रो स्टेशन के लिए जमीन की मांग की गई थी। अब पटना मेट्रो की ओर से नगर निगम को जमीन की उपलब्धता से संबंधित प्रस्ताव मिला है। इस प्रस्ताव को सशक्त स्थायी समिति में रखा जाएगा।
पटना नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति सदस्य डॉ. आशीष कुमार सिन्हा ने कहा हम जमीन उपलब्ध कराने को लेकर बैठक करेंगे। बैठक में जो प्रस्ताव पारित होगा उस पर विचार किया जाएगा और जमीन की जो दर होगी उसका भुगतान पटना में ट्रकों करना होगा। अंतिम निर्णय बैठक के बाद ही लिया जाएगा।
मीठापुर के बस स्टैंड परिसर में ही पटना मेट्रो का बिजली रिसीविंग सब स्टेशन बनेगा। यहां पर पटना मेट्रो अपने लिए बिजली स्टोर करके रख सकता है।
आपको बता दें कि कुल 24 स्टेशन में से 12 स्टेशन एलिवेटेड है इसमें मीठापुर एक प्रमुख स्टेशन होगा।
आपको बता दें कि इं तीन स्टेशनों के लिए पटना मेट्रो को नगर निगम से जमीन लेनी है। इनमे पहला स्टेशन ‘मीठापुर’ है जिसके लिए नगर निगम से 3866.25 वर्ग मीटर जमीन मांगी गई है। दूसरा स्टेशन पटना जंक्शन के पास ‘पटना जंक्शन मेट्रो स्टेशन’ होगा। इसके लिए टेंपो स्टैंड की 587.30 वर्ग मीटर जमीन उपलब्ध करानी होगी। और तीसरा स्टेशन ‘जीरो माइल ट्रांसपोर्ट नगर’ होगा जिसके लिए नगर निगम से 598 वर्ग मीटर जमीन की मांग की गई है।