चंद घंटों में बिहार का पूरा राजनीतिक परिदृश्य ही बदल गया। नीतीश कुमार अपने पुराने साथी एनडीए को किनारे करते हुए आरजेडी से जा मिले। नीतीश कुमार ने बीजेपी पर जदयू को खत्म करने का आरोप लगाते हुए एनडीए से गठबंधन तोड़ लिया। इसके बाद उन्होंने राबड़ी आवास जाकर तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी से मुलाकात की। उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को महागठबंधन के विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
164 विधायकों का समर्थन।
दोनों नेताओं ने 164 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंप दिया है। नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता चुन लिया गया है। वो अब महागठबंधन के तरफ बिहार के मुख्यमंत्री होंगे।
बता दें कि बिहार में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 122 है। नीतीश कुमार को कुल 7 पार्टियों के 164 विधायकों का समर्थन प्राप्त हो गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा हर घर में होती है लड़ाई।
मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि हम दोनों चाचा भतीजा ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं। घर परिवार में ये सब चलता रहता है। तेजस्वी ने समाजवादी विचारधारा को सामने रखते हुए कहा कि चाचा-भतीजा समाजवादी हैं और ये भी कहा कि हमारे पुरखों की विरासत कोई और ले जाएगा क्या। पत्रकारों ने जब तेजस्वी को उनके पुराने बयानों की याद दिलाई तो उन्होंने कहा कि हर घर में लड़ाई-झगड़े होते हैं, उस पर ध्यान नहीं देना है।