बिहार में नई सरकार के गठन के बाद एक 31 मंत्रियों ने शपथ ले ली है इसमें शहर की 11 जनता दल यूनाइटेड आवर 16 मंत्री राष्ट्रीय जनता दल के हैं। इस बार के अधिकांश मंत्रियों में सभी करोड़पति हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के एक सर्वे के मुताबिक इस मंत्री मंडल में 84 प्रतिशत मंत्री करोड़पति है। वैसे तो इनकी तरफ से सका संपत्ति के लिए अलग-अलग आय स्रोतों का हवाला दिया जाएगा लेकिन एक बात तय है कि राजनीति में अधिकांश पैसे वाले लोग ही आ रहे हैं।
राजद में सबसे ज्यादा करोड़पति मंत्री।
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार राजद के कोटे से 17 मंत्री वर्तमान विधानसभा में हैं। इसमें से 16 मंत्रियों की दौलत करोड़ों रूपये में है। जबकि एक मंत्री लखपति है। वहीं जदयू कोटे से परिषद में शामिल 11 में से 9 मंत्री करोड़पति है। यानि जदयू के 82 प्रतिशत मंत्री करोड़पति है। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के कोटे से एक मात्र मंत्री बने संतोष कुमार सुमन भी करोड़पति ही हैं। वहीं, निर्दलीय सुमित कुमार सिंह की संपत्ति भी करोड़ों की है। नीतीश कुमार की सरकार के 32 में से 27 मंत्रियों की दौलत करोड़ों में है। मंत्रिमंडल में शामिल कांग्रेस के दोनों मंत्री की संपत्ति करोड़ से कम है।
समीर कुमार महासेठ सबसे अमीर।
रिपोर्ट के अनुसार बिहार कैबिनेट के 32 मंत्रियों के पास औसत 5.82 करोड़ रूपये की संपत्ति है। वहीं राजद के 17 मंत्रियों की औसत संपत्ति जदयू के मंत्रियों से भी ज्यादा है। राजद के मंत्रियों के पास 7.59 करोड़ रूपये की औसत संपत्ति है। जबकि जदयू के मंत्रियों के पास औसत 4.55 करोड़ रूपये की संपत्ति है। इस मंत्रीमंडल में सबसे अमीर मंत्री मधुबनी के विधायक समीर कुमार महासेठ हैं। उनकी संपत्ति 24.45 करोड़ रूपये की है। वे वैसे समुदाय से आते हैं ऐसे में वे कई व्यवसाय से जुड़े हो सकते हैं। जबकि मंत्री मंडल में शामिल सबसे कम संपत्ति वाले मंत्री चेनारी के कांग्रेस विधायक मुरारी प्रसाद गौतम हैं।