आज राजधानी पटना में एक ऐसी घटना हुई जो राज्य के ब्यूरोक्रेसी में व्याप्त भ्रष्टाचार और घूसखोरी की पोल खोल रहा है। एक्जीक्यूटिव इंजीनियर रविंद्र कुमार के घर पर निगरानी विभाग के छापे में एक करोड़ 43 लाख की संपत्ति के आलावा 67 लाख की ज्वेलरी और जमीन के कई कागजात मिले हैं। पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर कुमार का हाल में 22 जून को ही हाजीपुर से बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन पटना में तबादला किया गया था। उन्हें बीजेपी विधायक का करीबी बताया जाता है।
आज तड़के सुबह जब निगरानी विभाग की टीम ने उनके एक आवास पर छापा मारा निगरानी विभाग के सारे अफसर सन्न रह गए। छापेमारी में अब तक 1 करोड़ 60 लाख से अधिक नकद, 67 लाख के अधिक के आभूषण, 53 लाख रुपए के SBI की दर्जनों बैंक पासबुक, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। बीमा से संबंधित कागजात के अलावा 6 से 8 जगहों पर जमीन में निवेश के कागजात मिले हैं।
निगरानी ब्यूरो के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पथ निर्माण विभाग में हाजीपुर पथ प्रमंडल में कार्यपालक अभियंता के पद पर पदस्थापित रवींद्र कुमार का हाल ही में तबादला किया गया था। 22 जून 2021 को इनकी सेवा कार्यपालक अभियंता समकक्ष पद पर पदस्थापन के लिए बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन को सौंपी गई थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस इंजीनियर की विभाग में काफी तूती बोलती थी। इसी वजह से ही इन्होंने काफी अकूत संपत्ति कट्ठा कर रखी थी। इंजीनियर रविंद्र कुमार को बीजेपी के पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक का करीबी रिश्तेदार बताया जाता है।