जमीन की कमी के बावजूद पटना एयरपोर्ट पर लगातार सुविधाओं में विस्तार किया जा रहा है। नए टर्मिनल भवन के अलावा अलग से आइसोलेशन पार्किंग बे और पैरेलल टैक्सी ट्रैक का निर्माण हो रहा है। बता दें कि बम थ्रेट और अलग तरह की आपातकालीन सूचना मिलने पर आइसोलेशन बे में विमानों को अलग रखा जाता है।इसका निर्माण डीवीओआर से 100 मीटर की दूरी पर चार एकड़ जमीन पर हो रहा है, जिसके बाउंड्रीवाल का निर्माण पूरा हो गया है।
नया रनवे का भी होगा निर्माण।
जानकारी के अनुसार पैरेलल टैक्सी ट्रैक के निर्माण का टेंडर जारी हो गया है, जो छह सितंबर को खुलेगा। इन दोनों के निर्माण के बाद रनवे को भी फिर से बिछाने का काम होगा। 75 करोड़ रुपये खर्च होंगे। टेंडर मिलने के एक महीने बाद एजेंसी पैरेलल टैक्सी ट्रैक का भी निर्माण शुरू करेगी। अक्तूबर मध्य तक काम के शुरू होने की संभावना है और टेंडर की शर्तों के अनुसार इसको नौ महीने में पूरा कर लेना है।
लगभग 26 एकड़ में बन रहा पैरेलल टैक्सी ट्रैक।
पैरेलल टैक्सी ट्रैक का निर्माण एयरपोर्ट के पश्चिमी सिरे पर रनवे के समानांतर 25.9 एकड़ जमीन पर होगा। इसके लिए आइसीएआर की जमीन का भी एक हिस्सा लिया गया है। इसके बन जाने से रनवे पर लैंड होने के बाद एक से डेढ़ मिनट के भीतर ही विमान उसे छोड़कर पैरेलल टैक्सी ट्रैक पर आ जायेगा। इससे हर दो-तीन मिनट पर पटना एयरपोर्ट से विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ हो पायेगी जिसमें अभी कम से कम चार-पांच मिनट लगते हैं। नया एयरपोर्ट टर्मिनल बनने के बाद जब पटना एयरपोर्ट से परिचालित होने वाले विमानों की संख्या 100 जोड़ी के आसपास पहुंच जायेगी, इस सुविधा की बहुत जरूरत पड़ेगी।