पिछले 2 वर्षों तक कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण दशहरा उतने हर्षोल्लास से नहीं मनाया जा सका था।लेकिन इस बार पटना में दशहरा की धूम रहेगी। बता दें कि कोलकाता के बाद पटना और रांची में ही दशहरा काफी धूमधाम से मनाई जाती है। इस बार पर बोरिंग रोड चौराहे पर कोलकाता का फेमस विक्टोरिया मेमोरियल पंडाल बनाया जाएगा। इस वर्ष नवरात्र 26 सितंबर से दिन सोमवार से शुरू होगा, जो 5 अक्टूबर को समाप्त होगा। इसको लेकर तैयारियां अभी से ही शुरू हो चुकी है।
60 फीट ऊंचा बनेगा पंडाल।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस बार बोरिंग रोड चौराहे पर कोलकाता का मशहूर विक्टोरिया मेमोरियल महल दिखने को मिलेगा। पूजा पंडाल को बनाने के लिए पश्चिम बंगाल से कलाकार को बुलया जाएगा। पूजा समिति की मानें तो इस बार चौराहे पर पूजा पंडाल को लगभग तीन हजार वर्गफीट में बनाया जाएगा। जिसकी ऊंचाई लगभग 60 फीट और चौराई 50 फीट तक होगी। बता दें कि बोरिंग रोड चौराहे पर दुर्गा पूजा पंडाल अपने भव्यता को लेकर जाना जाता है। पूजा पंडाल को देखने के लिए लगभग 10-15 लाख लोग आते हैं।
डाकबंगला चौराहे पर 58 साल से हो रही पूजा।
बता दें कि डाकबंगला चौराहे पर बीते 58 वर्षों से मां दुर्गा की पूजा हो रही है। यहां वर्ष 1964 में दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई थी। महज सौ-डेढ़ सौ रुपये से शुरू हुआ पूजा का बजट अब बढ़कर 50 लाख रुपये सालाना को पार कर गया है। दुर्गापूजा के दौरान राजधानी में सबसे अधिक भीड़ डाकबंगला चौराहे पर जुटती है। सप्तमी से लेकर नवमी देर रात तक श्रद्धालुओं के दर्शन का तांता लगा रहता है। जानकारी के मुताबिक नवरात्रि के आखिरी तीन दिनों में 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए डाकबंगला पहुंचते हैं। मुख्यमंत्री सहित कई दिग्गज नेता भी इस पंडाल में दर्शन करने आते हैं।