राजधानी पटना में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार ने डीजल वाली बसों को पूरी तरह से शहर से बाहर करने का फैसला लिया था। धीरे-धीरे इस पर अमल होना शुरू हो चुका है। नगर बस सेवा के नाम से चलने वाली छोटी डीजल बसों के स्थान पर पटना में सीएनजी की नगर बस सेवा शुरू हो चुकी है।
यात्रियों को भी हो रही सहूलियत।
बता दें कि कदकुआं इलाके सहित तीन मार्गों पर इन बसों का परिचालन शुरू हुआ है। इस बस से सफर करने वाले यात्रियों ने खुशी व्यक्त की। यात्रियों ने कहा कि पुराने डीजल बस की तुलना में स्पेस अधिक होने और पॉल्यूशन कम होने से सफर करना सुविधा जनक हो गया है। मिनी बस ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि पहले चरण में डीजल बस को हटाकर सीएनजी बस खरीदने के लिए 50 बस मालिकों से आवेदन मांगा गया था।
सरकार 7.50 लाख दे रही अनुदान।
राज्य सरकार के निर्देश पर 50 बस मालिकों ने डीजल बसों को सीएनजी में बदलने के लिए आवेदन किया था। इसमें 47 बस मालिकों के आवेदन को मंजूर किया गया। नया सीएनजी बस की खरीद पर सरकार के द्वारा 7.50 लाख रुपए अनुदान मिलनी है। लेकिन, अनुदान जारी नहीं होने के कारण एजेंसी के पास बस खड़ी है। सरकार से अनुदान की राशि जारी होने के साथ शेष सीएनजी बस का सड़क पर परिचालन शुरू हो जाएगा। जबतक अनुदान की राशि नहीं मिलती तब तक डीजल बस का परिचालन जारी रहेगा।
बता दें कि पुराने डीजल नगर बस सेवा के परमिट पर ही नई सीएनजी का परमिट जारी किया गया है। नई बस का परिचालन शुरू होने के साथ पुराने डीजल बस को शहर से हटाना है।