पिछले महीने राजधानी पटना के विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग के बाद राज्य सरकार अब हरकत में आ गई है। इस बहुमंजिला इमारत में आग लगने के बाद अग्निशमन विभाग के पास वहां तक पहुंचने के लिए सुविधा नहीं थी जिसके बाद एयरपोर्ट से हाइड्रोलिक लैडर मंगाई गई थी। अब राज्य सरकार ने बहुमंजिला इमारतों में अग्नि सुरक्षा को लेकर अग्नि सुरक्षा सह बचाव के लिए पहले चरण में छह हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म सह टर्न टेबुल एरियल लैडर खरीदने का फैसला लिया है।
40 करोड़ रुपए किए जाएंगे खर्च।
इसकी खरीद पर कुल 44 करोड़ 40 लाख खर्च किये जायेंगे। कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने बताया कि पहले चरण में 62 मीटर ऊंचाई के दो, 52 मीटर ऊंचाई के दो और 42 मीटर ऊंचाई को दो लैडर की खरीद की जायेगी। कैबिनेट ने बिहार नगरपालिका निर्वाचन (संशोधन) नियमावली 2022 के प्रारूप की स्वीकृति दी हैएम इसकी स्वीकृति के बाद नगर निकायों के चुनाव यथोचित रीति से कराया जायेगा।
20 माले की बिल्डिंग तक हो जाएगी पहुंच।
बता दें कि जो 62 मीटर ऊंचाई का हाइड्रोलिक लैडर रहेगा उसकी लंबाई फिट में ज्ञात करें तो लगभग 200 फिट हो जाती है। एक माले की आइडियल ऊंचाई 10-12 फीट रखे तो भी 15 से 20 माले तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा।