राजधानी पटना में खास करके ठंड के मौसम में वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। यहां की एयर क्वालिटी बेहद खतरनाक कैटेगरी में चली जाती है। इसके लिए है पटना नगर निगम ने अब कई प्रयास करने शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में पटना में 2 एंटी स्मॉग गन मंगाए गए हैं। एंटी स्मॉग गन के माध्यम से वातावरण में उड़ने वाली धूल पर पानी के फव्वारे का छिड़काव किया जाएगा।
भविष्य में आएगी और मशीनें।
निगम अधिकारियों ने बताया कि 15वीं वित्त आयाेग से मिलने वाले 213 करोड़ की राशि का उपयोग इस बार पटना के वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने पर किया जाना है। इसी राशि से शहर में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए पटना नगर निगम ने एंटी स्मॉग मशीनें खरीदी हैं। आगे इनकी संख्या बढ़ेगी। अभी जयपुर और दिल्ली जैसे शहरों में इसका इस्तेमाल हो रहा है।
इस तरह से काम करती है यह मशीन।
एंटी स्मॉग गन महीन पानी की बूंदें (10 माइक्रॉन से कम) उत्पन्न करती है। यह महीन पानी की बूंदें बड़े क्षेत्र में उच्च गति के पंखे की मदद से बौछार के माध्यम से फैलाई जाती है। इससे यह हवा में मौजूद महीन धूल कणों को अवशोषित कर लेती है। खासकर पेड़ पौधे की पत्तियों पर जमा धूल कणों को भी पानी की फुहार कर उससे होनेवाले वायु प्रदूषण को कम करने में सहयोग मिलता है। वाहनों के चलने पर उससे हवा में उड़ने वाले धूल कणों पर भी पानी की बौछार कर उसे नीचे लाने का काम होता है।