राजधानी पटना स्थित पटना जंक्शन से ट्रेनों के ट्रैफिक लोड को कम करने के लिए पास में ही है क्या सब अर्बन टर्मिनल बनाने की योजना है। इसका निर्माण हार्डिंग पार्क के पास होना है। इसके लिए रेलवे ने राज्य सरकार से जमीन मांगी। बदले में रेलवे ने राज्य सरकार को दूसरी जगह जमीन भी दे दिया है लेकिन अभी राज्य सरकार की तरफ से हार्डिंग पार्क की जमीन रेलवे को नहीं सौंपी गई है।
मेट्रो सिटी की तर्ज पर होगा पटना में निर्माण।
बता दें कि मेट्रो सिटी की तर्ज पर पटना में बनने वाले बिहार के इस पहले सब अर्बन टर्मिनल से सिर्फ मेमू पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन होगा। अभी मेमू पैसेंजर ट्रेनें जब पटना जंक्शन पर 5 मिनट या 10 मिनट या जितनी देर रुकती हैं, उतनी देर प्लेटफॉर्म के साथ रूट भी इंगेज रहता है। भविष्य में और ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी तो इसका सीधा असर मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की टाइमिंग पर पड़ेगा। ऐसे में लोकल ट्रेनों के लिए अलग टर्मिनल बनाने की सख्त जरूरत है।
राज्य सरकार ने नहीं सौंपी है जमीन।
इस परियोजना के बदले रेलवे पटना घाट रेल लाइन की 18.5 एकड़ जमीन राज्य सरकार काे साैंप चुका है। रेलवे की ओर से बिहटा एयरपोर्ट से दानापुर स्टेशन तक एलिवेटेड रोड के लिए भी जमीन दी गई है। इसके बदले में हार्डिंग पार्क की 4.6 एकड़ जमीन राज्य सरकार रेलवे काे देगी। राज्य सरकार की जमीन रेलवे को सौंपने की मंजूरी भी कैबिनेट से मिल चुकी है। दानापुर डीआरएम प्रभात कुमार ने बताया कि इस परियोजना को रेलवे बोर्ड से अप्रूवल मिल चुका है।