पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात होंगे देसी डॉग। जानिए मुधोल हाउंड की खासियत।

देश की सुरक्षा एजेंसियां विदेशी कुत्तों को सुरक्षा में इस्तेमाल करेंगे। पीएम की सुरक्षा में लगे एसपीजी अब देसी नस्ल के मुधोल हाउंड का सुरक्षा के लिए इस्तेमाल करेगी। SPG ने मुधोल हाउंड में दिलचस्पी दिखायी है और बगलकोट जिले के मुधोल शहर में श्वान अनुसंधान एवं सूचना केंद्र (CRIC) से एक प्रयोग के तौर पर प्रशिक्षण के लिए दो कुत्तों को चुना है।

मुधोल हाउंड की खासियत।

बता दें कि इस नस्ल के कुत्तों में लंबी दूरी तक दौड़ने की क्षमता होती है। ये लगभग 50 किमी / घंटा की गति से दौड़ सकते हैं और 3 किमी की दूरी से किसी भी वस्तु को सूंघ सकते हैं। इनकी लंबाई 72 सेंटीमीटर तक होती है और वजन 20 से 22 किलोग्राम के बीच होता है। मुधोल हाउंड शिकार और रखवाली के काम में माहिर होते हैं. इनका स्टेमिना बहुत अच्छा होता है. ये बिना थके लंबी दूरी तक दौड़ सकते हैं। ब्रीड पहले से ही भारतीय सेना का हिस्सा है। वायुसेना और अन्य सरकारी विभागों में इस्तेमाल काफी पहले से किया जा रहा है।

मुधोल हाउंड को सबसे शिकारी गुण, वफादार और स्वस्थ प्रजाति का माना जाता है। पतले लेकिन ऊंचे कद के मुधोल हाउंड का जबड़ा काफी मजबूत होता है। यह एक बार शिकार को पकड़ ले उसके बाद छोड़ता नहीं है। यह विदेशी नस्ल जर्मन शेफर्ड की तुलना में काफी तेज होता है। कहा जाता है कि जो काम जर्मन शेफर्ड कुत्ते 90 सेकेंड में पूरा करते हैं भारतीय नस्ल के मुधोल हाउंड उस काम को सिर्फ 40 सेकेंड में पूरा कर देते हैं।