प्रदेश के उत्तरी क्षेत्रों में लगातार हुई बारिश की वजह से प्रदेश भर की तमाम नदियां फिर से उफान पर है। जिन नदियों का जलस्तर धीरे धीरे कम हो रहा था अब उनका जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। राजधानी पटना में भी गंगा का जलस्तर जो धीरे-धीरे काफी कम हो रहा था वह फिर से बढ़ने की संभावना है।
जल संसाधन विभाग के अनुसार पटना जिले में भी फिर से और पुनपुन नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। गंगा नदी पटना के हाथीदह, भागलपुर के कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जबकि पुनपुन पटना के श्रीपालपुर में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।
केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि भागलपुर जिले के कहलगांव में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 39 सेंटीमीटर ऊपर थी। वहीं पटना के श्री पालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 94 सेंटीमीटर ऊपर था।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार घाघरा नदी भी सिवान में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गंडक नदी पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर जिला में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं बूढ़ी गंडक पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और खगड़िया जिला में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बागमती नदी सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और दरभंगा ने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मुजफ्फरपुर के बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 120 सेंटीमीटर ऊपर था। उधर कोशी नदी सुपौल, खगड़िया और कटिहार में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
साथ ही सोन नदी पर स्थित इंद्रपुरी बराज में भी जल स्तर में वृद्धि देखी गई।