बिहार और उत्तर प्रदेश के यात्रीयों के लिये खुशखबरी! गोरखपुर से पटना के ल‍िए जल्द शुरू होगी हवाई सेवा

उड़ान के क्षेत्र में कीर्तिमान बनाने वाला गोरखपुर एयरपोर्ट से दिल्ली, कोलकाता, मुम्बई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, प्रयागराज और लखनऊ के लिए रोजाना उड़ान होती है। औसतन हर रोज 1500 से 2000 लोग सफर करते हैं। पर्यटकों के लिए टाप पांच शहरों मे शामिल गोवा के लिए उड़ान सेवा शुरू हो जाने से काफी राहत मिलेगी। गोरखपुर से जाने वाले पर्यटक महज दो घंटे में ही गोवा पहुंच जाएंगे। वहीं पुणे के लिए हवाई सेवा का लाभ छात्रों को मिलेगा। गोरखपुर और आसपास के जिलों में सैकड़ों ऐसे छात्र हैं, जो पुणे में रहकर मेडिकल, इंजीन‍ियर‍िंग , प्रबंधन और विधि की पढ़ाई करते हैं।

अभी पुणे जाने के लिए एकमात्र साधन ट्रेन है।जिससे जाने में 40 घंटे का समय लगता है। ङ्क्षहडन एयरपोर्ट के लिए विमान सेवा शुरू हो जाने से नोएडा और गाजियाबाद जाने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।अभी दिल्ली एयरपोर्ट से नोएडा और गाजियाबाद आने में दो घंटे से ऊपर समय लग जाता है।एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर बाजपेयी ने बताया कि विमानन कंपनियों ने उड़ान का प्रस्ताव दिया है। जिस पर विचार चल रहा है।

एयरपोर्ट से रात नौ बजे तक उड़ान भर सकते हैं नागरिक विमान

भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण गोरखपुर एयरपोर्ट पर सिविल टर्मिनल के तीसरे चरण का विस्तार कार्य कर रहा है। इसके लिए अपेक्षित भूमि पहले ही विमानपत्तन प्राधिकरण को सौंप दी गई है। यह जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गोरखपुर सांसद रवि किशन के पत्र पर उन्हें दी है।

सांसद रवि क‍िशन ने ल‍िखा था पत्र

गोरखपुर सांसद रवि किशन ने एक सितंबर 2020 को एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग का कार्य कराने और रात नौ बजे तक जहाजों के लैंडिंग की अनुमति दिलाने के संबंध में रक्षा मंत्री को पत्र लिखा था। इस पत्र के जवाब में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गोरखपुर सांसद किशन के भेजे जवाब में बताया कि वर्तमान एप्रन का आकार एक समय में दो विमानों को समायोजित करने के लिए उपयुक्त है।

अतिरिक्त विमानों को समायोजित करने के लिए इस एप्रन का विस्तार करने का काम भारतीय वायुसेना द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा। अतिरिक्त विमानों की लैंडिंग की सुविधा के मुद्दे पर रक्षा मंत्री द्वारा बताया गया है कि सुबह 11 बजे तक उड़ानों की संख्या में कोई प्रतिबंध नहीं है। हवाई क्षेत्र रात्रि नौ बजे तक नागरिक उड़ान संचालन के लिए उपलब्ध है। इसके बाद उड़ान को मामला दर मामला के आधार पर समायोजित किया जाएगा।