बिहार का नालंदा डेयरी पूरे देश में बना नंबर वन। क्वालिटी टेस्ट में अमूल को भी छोड़ा पीछे।

बिहार स्टेट मिल्क कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड लगातार डेयरी सेक्टर में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। सुधा ब्रांड के तहत मिल्क प्रोडक्ट बेचने वाला यह ब्रांड बिहार झारखंड में काफी लोकप्रिय हो गया है। साथ ही अपने बेहतर गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। फेडरेशन के अंतर्गत बिहारशरीफ स्थित नालंदा डेयरी देश का पहला सीएएस (कंफर्मिटी एसेसमेंट स्कीम) मार्क पाने वाली डेयरी बन गई है। नालंदा डेयरी की गुणवत्ता ने गुजरात के अमूल डेयरी को पीछे छोड़ दिया है।

क्वालिटी टेस्ट में बना नंबर वन।

भारत सरकार के निर्देशानुसार सभी डेयरी को सीएएस मार्क लेना अनिवार्य है। नालंदा डेयरी के सीईओ प्रमोद कुमार सिन्हा ने बुधवार को बताया कि दूध की गुणवत्ता में अव्वल आने पर ही भारत सरकार ने यह मार्क दिया है। नालंदा डेयरी प्रोडक्शन सर्टिफिकेशन एवं प्रोसेस सर्टिफिकेशन दोनों का समावेश किया गया है।

उन्होंने बताया कि नालंदा डेयरी में उत्पादन के साथ-साथ गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। क्वालिटी मार्क सर्टिफिकेशन एवं वी आई एस के लिए कई डेयरी ने संयुक्त रुप से अप्लाई किया था। लेकिन इसमें नालंदा डेयरी को ही चुना गया है। गुणवत्ता युक्त उत्पादन में नालन्दा डेयरी अव्वल है। अब बहुत जल्द ही नालन्दा डेयरी की कई प्रोडक्ट विदेशों में भी भेजी जा सकती है।

इन प्रोडक्ट का होता है उत्पादन।

पाउच मिल्क, टोंड मिल्क, फूल क्रीम मिल्क कॉउ मिल्क, टेट्रा पैक में स्टेरलाइज मिल्क, फ्लेवर्ड मिल्क, केसर और इलाइची में उपलब्ध है, लस्सी, एप्पल जूस, छाछ, दही। इसके अलावा इलेस्टर मिल्क जिसकी अवधि तीन महीने तक कि होती है।