बिहार के अररिया जिले में बनेगा पटना जू से भी बड़ा चिड़ियाघर। पर्यटकों के लिए होंगी सभी सुविधाएं।

उत्तर बिहार में प्रदेश का सबसे बड़ा चिड़ियाघर बनने जा रहा है। यह क्षेत्रफल में पटना जू से काफी बड़ा होगा। निर्माण के लिए बिहार सरकार से जमीन की अनुमति मिल चुकी है। यह चिड़ियाघर अररिया जिले के रानीगंज में बनेगा। पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अधिकारी के मुताबिक सेंट्रल जू अथॉरिटी सीजेडए के द्वारा चिड़ियाघर निर्माण करने के लिए पहले चरण की अनुमति मिल चुकी है।

दिसंबर 2023 तक हो जाएगा तैयार।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीजेडए की ओर से हॉस्पिटल, क्वारंटीन रूम, फूड स्टोर, पदाधिकारी बिल्डिंग सहित अन्य तरह की सुविधाओं के अलावा विजिटर्स के लिए क्या-क्या सुविधा होगी, इस पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई थी। विभाग की ओर से रिपोर्ट तैयार कर सेंट्रल जू अथॉरिटी को भेजा गया है। जून में सीजेडए की तरफ से इसपर मंजूरी मिलेगी। बताया जा रहा है कि करीब 289 एकड़ जमीन पर 2023 के दिसंबर तक चिड़ियाघर का निर्माण करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी वित्तीय वर्ष में चिड़ियाघर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएग।

बोटिंग की सुविधा भी होगी उपलब्ध।

बता दें कि अररिया के रानीगंज में 289 एकड़ में जंगली क्षेत्र है। इसी के बीच में करीब ढाई एकड़ में तालाब है। तालाब के चारों तरफ जंगल है। तालाब के बीच में दो टापू भी हैं। चिड़ियाघर बनने के बाद तालाब में पर्यटकों को बोटिंग करने की सुविधा मिलेगी। इमसें 12-16 बोट चलाया जाएगा। राजधानी पटना स्थित संजय गांधी जैविक उद्यान में भी बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है।

पटना जू से 136 एकड़ ज्यादा होगा बड़ा।

जानकारी के अनुसार यह चिड़ियाघर पटना जू से 136 एकड़ ज्यादा बड़ा होगा। पटना शहर में स्थित संजय गांधी जैविक उद्यान 152 एकड़ में फैला है, वहीं अररिया के रानीगंज में बनने वाला यह जू 289 एकड़ में फैला होगा। हालांकि पटना जू में जानवरों की संख्या काफी अधिक है और जानवरों की संख्या के लिहाज से यह देश का सातवां बड़ा चिड़ियाघर है। फिलहाल रानीगंज एरिया में कई हिरण मौजूद हैं। अन्य जानवरों की अदला-बदली की जाएगी। साथी बंदरों के लिए 10 एकड़ में मंकी हाउस बनाया जाएगा।