बिहार में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है। प्रदेश में अब एक और गोपालगंज रक्सौल ट्रांसमिशन लाइन बनकर तैयार हो चुकी है। ग्रिड से मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर गोपालगंज संचरण लाइन के अलावा गोपालगंज रक्सौल 220 केवीए लाइन अब बनकर पूर्ण रूप से तैयार हो गया है। अब कंपनी 65 किलोमीटर संचरण लाइन का टेस्ट ट्रायल गुरुवार को करेगी। लाइन का टेस्ट ट्रायल अगर सफल होता है, तो गोपालगंज ग्रिड की क्षमता 400 मेगावाट से बढ़कर 14 सौ मेगावाट हो जायेगी।
इसी महीने शुरू हो सकती है बिजली आपूर्ति।
ग्रिड के अधिकारियों का कहना है कि अगर टेस्ट ट्रायल सफल रहा, तो नयी लाइन से इसी माह में ग्रिड को नियमित बिजली आपूर्ति मिलनी शुरू हो जायेगी। ज्ञात हो कि पहले ग्रिड को सिर्फ़ एक संचरण लाइन मुजफ्फरपुर-गोपालगंज से आपूर्ति होती थी। इस लाइन में कही गड़बड़ी होने पर जिले की आपूर्ति व्यवस्था चरमरा जाती थी। अब इसके अतिरिक्त रक्सौल-गोपालगंज संचरण लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने से बिजली आपूर्ति होने का सोर्स तो बढ़ेगा ही, साथ ही आपूर्ति को लेकर होने वाली समस्या भी दूर हो जायेगी।
दूर हो जाएगी लो वोल्टेज की समस्या।
बता दें कि रक्सौल-गोपालगंज 220 केवीए संचरण लाइन से आपूर्ति शुरू होते ही बिजली की क्वालिटी भी पहले की अपेक्षा बदल जायेगी। ग्रिड के अधिकारियों ने बताया कि नयी लाइन से आपूर्ति शुरू होते ही ट्रिपिंग, लो वोल्टेज, पावर क्वालिटी के अलावा अन्य आपूर्ति समस्या जड़ से खत्म हो जायेगी। इसका सीधा लाभ जिले के चार लाख से अधिक बिजली उपभोक्ताओं के अलावा अन्य जिलों के बिजली उपभोक्ताओं को मिलनी शुरू हो जायेगी।