बिहार के इस डैम में पहली बार एक साथ शुरू हो रही है बोटिंग और फॉरेस्ट सफारी की सुविधा।

प्रदेश के कई जिलों में ऐसे प्राकृतिक खूबसूरती से भरे पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटकों का मन मोह लेते हैं। रोहतास और कैमूर जिले में ऐसे कई पर्यटन स्थल मौजूद हैं। रोहतास और कैमूर जिले की सीमा पर स्थित दुर्गावती डैम में पहली बार सफारी टूरिज्म और बोटिंग की सुविधा एक साथ शुरू होने जा रही है। इसके लिए कोलकत्ता से दो बोट मंगाए गए है। बोट संचालन का ट्रायल पूरा कर लिया गया है। जुलाई से पर्यटकों को यह सुविधा मिलेगी। एनडीआरएफ से नो ऑब्जेक्शन मिलते ही पर्यटकों के लिए यह सेवा शुरू कर दी जाएगी।

50 रुपए में ले सकेंगे बोटिंग का आनंद।

डिस्टिक फॉरेस्ट ऑफीसर प्रद्युमन गौरव ने बताया कि नौकायान के लिए कोलकत्ता से दो बोट मंगाए गए है। एक बोट 25 सीटर है, जबकि दूसरा 12 सीटर है। 25 सीटर बोट पर्यटकों के लिए होगा। जबकि 12 सिटर बोट रिजर्व में रखा जाएगा। 25 सीटर वोट की कीमत 17 लाख बताई जाती है। बोट में सवार होने के लिए डैम के तट पर विशेष रूप फ्लोटिंग जेट्टी का निर्माण किया गया है। बताया कि बोटिंग एवं फॉरेस्ट सफारी के लिए शुल्क निर्धारित कर दिया गया है। प्रत्येक यात्री से 50 रुपए लिए जायेंगे।

फॉरेस्ट सफारी की भी मिलेगी सुविधा।

उन्होंने बताया कि डैम में नौका बिहार के साथ कैमूर अभ्यारण्य में भी पर्यटक फॉरेस्ट सफारी का आनंद ले पाऐंगे। बताया कि कैमूर डैम से बोट फिर पहाड़ों के बीच बहती दुर्गावती नदी से फॉरेस्ट इलाके में प्रवेश करेगी, जहां पर्यटकों को बहुत मनोरम दृश्य देखने को मिलेंगे, और वन्य जीवों को भी देख सकेंगे। इस दौरान शेरगढ़ किला के पास से भी वोट गुजरेगी। यह बिहार का एकमात्र केंद्र होगा, जहां नौका बिहार के साथ वोट से फॉरेस्ट सफारी का भी आनंद ले सकेंगे।