बिहार के भ्रष्ट इंजीनियर के पास मिला 5 करोड़ से अधिक कैश। मशीन से भी नोट गिनने में अधिकारियों के छूटे पसीने।

बिहार के सिस्टम और ब्यूरोक्रेसी में किस कदर भ्रष्टाचार व्याप्त है इसका उदाहरण समय-समय पर मिलता रहता है। सरकार की तरफ से तो तमाम योजनाएं जनता तक पहुंचाने के लिए पैसे दिए जाते हैं। लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों द्वारा इसका बंदरबांट कर लिया जाता है। ग्रामीण कार्य विभाग में तैनात कार्यपालक इंजीनियर संजय कुमार राय के किशनगंज और पटना स्थित ठिकानों पर शनिवार को छापेमारी की। इस दौरान घर से करीब 5 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। इसके अलावा भारी मात्रा में गहने और अन्य कीमती सामान भी मिलने की संभावना है।

आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज।

निगरानी टीम ने भ्रष्ट इंजीनियर संजय राय के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। शनिवार को उसके किशनगंज और पटना के दानापुर स्थित दो ठिकानों पर छापेमारी की गई। संजय राय किशनगंज प्रभाग में तैनात है। घर से इतनी ज्यादा मात्रा में नोट देखकर एकबार तो निगरानी टीम के अधिकारी भी चौंक गए। निगरानी की 13 सदस्यीय टीम ने किशनगंज में अभियंता संजय कुमार राय के रूईधाशा स्थित आवास और उसके द्वारा रखे गए निजी इंजीनियर ओम प्रकाश यादव के लाइनपाड़ा आवास और कार्यालय के कैशियर खुर्रम सुल्तान के लाइनपाड़ा स्थित आवास पर छापेमारी की गई।

नोट गिनने में अधिकारियों के छूटे पसीने।

टीम का नेतृत्व कर रहे निगरानी के डीएसपी अरूण कुमार पासवान ने बताया कि किशनगंज ग्रामीण कार्य विभाग वन के अभियंता संजय कुमार राय और उनके द्वारा रखे गए निजी इंजीनियर ओम प्रकाश यादव और कैशियर खुर्रम सुल्तान के घर छापेमारी की गई। इस दौरान निजी इंजीनियर के घर से करीब तीन करोड़ रुपये नकदी और कैशियर के घर से करीब एक करोड़ रुपये नकदी बरामद हुई है। वहीं संजय राय के पटनावा से सबक लो रुपए बरामद हुआ। एक साथ इतने नोटों को गिनने में अधिकारियों के भी पसीने छूट गए। बाद में मशीन से गिनती कराई गई।