बिहार के सभी जिलों में होगी हेलीकॉप्टर के नाइट लैंडिंग की सुविधा। आपदा में राहत पहुंचाना होगा आसान।

राज्य सरकार प्रदेश के सभी जिलों में विमान सेवा पहुंचाने का प्रयास हालांकि ये बड़े विमानों के लिए नहीं बल्कि हेलीकॉप्टर सेवा के लिए होगा। सरकार ऐसी व्यवस्था करने जा रही है जिसके तहत रात के समय में भी हेलीकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग कराई जा सकेगी। इससे आपदा जैसी स्थितियों में मदद पहुंचाने में काफी आसानी होगी। इसके लिए सभी जिला मुख्यालयों के पुलिस लाइन में हेलीपैड निर्माण की योजना तैयार की गई है।

नाइट लैंडिंग की होगी व्यवस्था।

रात के समय भी हेलीकॉप्टर की लैंडिंग और उड़ान को ध्यान में रखते हुए जिला पुलिस लाइन में स्थापित होने वाले हेलीपैड पर नाइट लैंडिंग की व्यवस्था की जायेगी। बिहार में बाढ़ और भूकंप जैसी आपदाओं को ध्यान में रखते हुए यह व्यवस्था की जा रही है, जिससे किसी भी समय राहत पहुंचायी जा सके।

पूर्व में मंत्रिमंडल सचिवालय ने 2022-23 में जिलों के पुलिस लाइनों में नाइट लैंडिंग के साथ हेलीपैड बनाने की स्वीकृति दी है। सरकार की ओर से नागर विमानन पर होने वाले खर्च में मशीन और उपकरणों पर इस वित्तीय वर्ष में कुल 24 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रावधान रखा गया है। इसी प्रकार से हवाई अड्डों के मुख्य निर्माण के लिए राज्य योजना से 172 करोड़ 16 लाख राशि का प्रावधान किया गया है।

एयरपोर्ट डेवलपमेंट की योजना पर भी होगा काम।

जानकारी के अनुसार हवाई अड्डों की संरचना विकास के लिए सरकार द्वारा 196 करोड़ 16 लाख का प्रावधान किया गया है। विभाग द्वारा इसके साथ ही उड्डयन संस्थान के लिए सिमुलेटर की खरीद की जायेगी, जिससे प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके अलावा निदेशालय स्तर पर बिहार उड्डयन संस्थान एवं वायुयान संगठन के लिए तीन हैंगर का निर्माण और शैक्षणिक भवन एवं निदेशालय के प्रशासनिक भवन के निर्माण के लिए भी राशि का प्रावधान किया गया है।