प्रदेश के युवाओं को आईटी और तकनीक से जुड़े रोजगार दिलाने के लिए राज्य सरकार प्रयास कर रही है। इसके लिए आईटी पार्क और आईटी सिटी बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है। बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जीबेश कुमार ने कहा कि प्रदेश में विकास के सभी क्षेत्रों में लगातार प्रगति की है। बिहार जीडीपी ग्रोथ रेट में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक है। अब हमारा लक्ष्य बिहार को आईटी और तकनीक के क्षेत्र में आगे ले जाने का है।
उन्होंने बताया कि पटना में बिहार के पहले आईटी पार्क का निर्माण कार्य चल रहा है।
इसके अलावा बिहार सरकार ने राजगीर, नालंदा में 100 एकड़ भूमि पर एक आईटी सिटी बनाने का निर्णय लिया है। वहीं दूसरी ओर, पटना के बिहटा में प्रस्तावित अत्याधुनिक आईटी पार्क के निर्माण, निरंतर बिजली की व्यवस्था के साथ एक बेहतर वेब नेटवर्क के लिए 25 हेक्टेयर भूमि निर्धारित की गई है।
उन्होंने बताया कि बिहार सरकार आईडी टावरों का भी निर्माण करने जा रही है जिससे प्रदेश के युवाओं को प्रदेश में ही बेहतर रोजगार के अवसर पर मुहैया कराए जाएंगे। तेजी से विकसित हो रहे बुनियादी ढांचे के साथ, बिहार देश का अगला आईटी हब और आईटी/आईटीईएस और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों का केंद्र बनने का इरादा रखता है।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार को सबसे उपयुक्त निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करने के लिए, विभाग ‘इन्वेस्ट आईटी बिहार अभियान’ कार्यक्रम के तहत निवेश करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। पटना के बिस्कोमान टावर के स्टार्ट-अप हब में मुफ्त रेंटल पर जगह उपलब्ध करवाना हमारी इसी पहल का एक हिस्सा है। उन्होंने जानकारी दी कि सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग ने पटना के बिस्कोमा टॉवर की 9वीं और 13वीं मंजिल पर 12,000 वर्ग मीटर में वाई-फाई युक्त 78 वर्कस्टेशन, 33 केबिन और 60 सीटों वाला कॉल सेंटर बनाया है। हम प्रदेश में आईटी केंद्र विकसित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।