बिहार में इस महत्वपूर्ण रेलखंड के दोहरीकरण का रास्ता साफ। जमीन अधिग्रहण का काम हुआ पूरा।

भारतीय रेल द्वारा बिहार के अलग-अलग इलाकों में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए कई परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर- सुगौली रेल लाइन के दोहरीकरण का रास्ता साफ हो चुका है। इसके निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है। अपर समाहर्ता को जिलाधिकारी ने इसके लिए प्रशासक प्रतिनियुक्त किया है इसमें तीन प्रखंड कांटी, मीनापुर और मोतीपुर के 12 गांवों के जमीन को अधिग्रहित किया गया है। कुल 32.776 एकड़ जमीन 335 हितधारकों से लिया गया है।

पिछले वर्ष कराया गया था सर्वे।

ज्ञात हो कि फरवरी में इसके लिए सर्वे कराया गया था। जमीन अधिग्रहण के बाद के प्रभाव आदि को लेकर रिपोर्ट तैयार की गई थी। इसमें बताया गया था कि यह कार्य जनहित में है। इससे जिले में पर्यटक और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही उक्त गांवों से सटे ग्रामीणों को भी लाभ मिल सकेगा बताया यह भी गया है कि जितना भी जमीन अधिग्रहण किया गया है। उसके हितधारकों के जमीन का रकबा काफी कम है।

नेपाल तक जाने में भी होगी सुविधा।

बता दें कि इस रेल परियोजना के पूरा होने के बाद आसपास के इलाकों में आवागमन बेहतर होगा। अभी तक लोगों को मुजफ्फरपुर आदि रेलवे स्टेशनों पर जाकर विभिन्न स्थानों के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। लेकिन, अब मोतीपुर के आसपास रेलवे स्टेशन होने जाने से उन्हें लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इस क्षेत्र के लोग, खास कर गरीब और असुरक्षित स्थिति वाले लोग रोजगार की तलाश में नेपाल और राज्य के अंदर-बाहर की दूसरी जगहों पर जा सकेंगे।