बिहार में पिछले कुछ वर्षों में लगातार नए पुलिस जवान और दारोगा की भर्ती की गई है। इससे प्रदेश में अब पुलिस वालों की संख्या एक लाख पार करने वाली है।फिलहाल राज्य में 95000 पुलिस जवान और अफसर कार्यरत हैं। इसके अलावा 10 हजार से अधिक सिपाही और दारोगा की नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद जवानों की संख्या एक लाख बार हो जाएगी। जवानों की संख्या बढ़ने से प्रदेश की कानून व्यवस्था में सुधार आएगा।
दारोगा और सिपाही की चल रही मुक्ति प्रक्रिया।
बता दें कि पुलिस मुख्यालय ने नवचयनित दारोगा, सार्जेंट और सिपाही की नियुक्ति से पहले की प्रक्रियाओं को पूरा करने का निर्देश दिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही 8415 सिपाही और 2213 दारोगा व सार्जेंट की नियुक्ति कर ली जाएगी। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने 2020 में दारोगा के 1998 और सार्जेंट के 215 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। प्रारंभिक और मुख्य लिखित परीक्षा के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा के आधार पर अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति की अनुशंसा जुलाई में पुलिस मुख्यालय से कर दी गई थी। फिलहाल चयनित अभ्यर्थियों के मेडिकल और अन्य कागजात की जांच की जा रही है।
वहीं केन्द्रीय चयन पर्षद द्वारा परीक्षा के बाद चयनित सिपाहियों की भी ज्वाइंनिंग से पहले की प्रक्रिया जारी है। एडीजी मुख्यालय जेएस गंगवार ने बताया कि चरित्र सत्यापन और मेडिकल जांच के तुरंत बाद नए सिपाही व दारोगा को नियुक्ति पत्र बांटने की तारीख घोषित की जाएगी।