बिहार में डेवलप होंगे ये 5 एयरपोर्ट। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम को लिखा पत्र।

कभी बिहार वासियों के लिए हवाई जहाज से यात्रा करना सपने जैसा हुआ करता था। प्रदेश में सिर्फ राजधानी पटना में ही एयरपोर्ट चालू हालत में था। उसके अलावा गया एयरपोर्ट से इक्का-दुक्का उड़ाने होती थी। लेकिन केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना “उड़ान” के तहत प्रदेश में कई सारे एयरपोर्ट को विकसित करने का काम किया जा रहा है। इसी क्रम में हाल ही में दरभंगा का एयरपोर्ट चालू हुआ है।

अब केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नीतीश कुमार को पत्र लिखकर पटना, रक्सौल, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर और दरभंगा एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए जमीन उपलब्ध कराने को कहा है।
अपने लिखे पत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम से इस मसले पर जल्द आवश्यक कदम उठाने को कहा है।

उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि पटना हवाई अड्डे पर रनवे विस्तार, समानांतर टैक्सी पथ (पैरेलल टैक्सी ट्रैक), डॉपलर  अत्यधिक उच्च आवृत्ति सर्वदिशिक परास (डॉपलर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज -डीवीओआर)  उपकरण, पृथक्करण क्षेत्र (आइसोलेशन बे) और फिसल पट्टी (ग्लाइड पाथ )के लिए 49.5 एकड़, पूर्णिया हवाई अड्डे पर नए नागरिक खंड (न्यू सिविल एन्क्लेव ) के विकास के लिए  50 एकड़, रक्सौल में एटीआर-72 प्रकार के विमान के लिए हवाई अड्डा विकसित करने के लिए 121 एकड़, मुजफ्फरपुर हवाई अड्डे पर ए-320 प्रकार के विमान के संचालन के लिए 475 एकड़ और  दरभंगा में सीएटी (कैट) अप्रोच लाइट सिस्टम के साथ नए सिविल एन्क्लेव के निर्माण के लिए 78 एकड़ भूमि की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि बिहार को अंतरराष्ट्रीय संपर्क की सम्भावना पर भी विचार करना चाहिए और इसके परिणामस्वरूप एक बहुत बड़े आकार वाले विमान के संचालन की व्यवहार्यता पर भी विचार करना चाहिए। मंत्रालय ने राज्य सरकार से पटना और गया (गया-बैंकॉक, गया-काठमांडू, गया-यांगून, पटना-काठमांडू और पटना-दुबई) से अंतर्राष्ट्रीय उड़ान संचालन शुरू करने के लिए 100% वीजीएफ समर्थन के प्रावधान पर विचार करने का अनुरोध किया है। 100% वीजीएफ समर्थन के लिए राज्य सरकार की सहमति प्राप्त होने के बाद एयरलाइनों के लिए बोली लगाने के लिए मार्ग रखे जाएंगे।