दीपों का त्योहार दिवाली आज पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस दौरान घर में बिजली की किल्लत नहीं होने दी जाएगी। वर्तमान समय में परंपरागत दीयों की बजाय अधिकांश तौर पर एलईडी लाइट से घरों को सजाया जा रहा है। ऐसे में बिजली आपूर्ति का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। दिवाली के 1 दिन पहले जितनी बिजली की डिमांड थी उससे अधिक उपलब्धता रही।
मांग से अधिक है उपलब्धता।
बिजली कंपनी द्वारा उपलब्ध आधिकारिक आंकड़े के अनुसार रविवार को पूरे बिहार में बिजली की मांग 5500 मेगावाट रही। इसकी जगह बिजली की उपलब्धता 5575 मेगावाट रही। जिन जगहों से बिजली मिलनी है उसमें किसी तरह की कटौती नहीं है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों मे मांग के हिसाब से बिजली की आपूर्ति हो रही। बिजली विभाग ने आरंभ में ही यह आकलन किया था कि मांग 5300 से 5400 मेगावाट रहेगी। मौसम में बदलाव और हल्की हल्की ठंड की वजह से बिजली की डिमांड में कमी आई है।
24 घंटे कंट्रोल रूम से हो रही निगरानी।
दीपावली के दौरान बिजली व्यवस्था में किसी भी तरह की गड़बड़ी को तुरंत दुरुस्त किए जाने को ले बिजली कंपनी ने विशेष रूप से नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। उच्च स्तर पर इसकी मानीटरिंग की जा रही। इंजीनियरों को पहले से इस बारे में अलर्ट भी है। बिहार में बिजली कंपनी के काल सेंटर दिवाली के दिन भी 24 घंटे काम करते रहेंगे। किसी भी गड़बड़ी को दुरुस्त करने के लिए बिजली कर्मचारी 24 घंटे में मुस्तैद है।