पिछले 48 घंटों के राजनीतिक घटनाक्रम ने बिहार की जनता को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है। दरअसल जदयू द्वारा अपने ही पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह पर आरोप लगाने के बाद आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो चुकी है। इधर जदयू ने केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होने से इनकार कर दिया। वहीं नीति आयोग की बैठक में जहां सभी राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए वहीं नीतीश कुमार पीएम मोदी की इस बैठक से दूर रहे।
ललन सिंह ने इशारों इशारों में बीजेपी को घेरा।
जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इशारों इशारों में बीजेपी को घेर लिया। उन्होंने कहा कि जेडीयू को हराने के लिए 2020 में चिराग मॉडल अपनाया गया। फिर से एक और चिराग मॉडल पैदा किया जा रहा था। जदयू का साफ तौर पर इशारा था कि आरसीपी सिंह पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचाने वाले थे।
सीएम नीतीश ने की सोनिया गांधी से बात।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रविवार की देर शाम सीएम नीतीश ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात की।
इधर सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि जदयू के सभी विधायकों को आज पटना बुलाया गया है। इसके अलावा कांग्रेस आरजेडी और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा ने भी अपने विधायकों की बैठक 9 अगस्त को बुलाई है।
बता दें कि सीएम नीतीश इन दिनों बीजेपी से काफी दूरी बना रहे हैं। पिछले एक महीनों में केंद्र सरकार के कई कार्यक्रमों में नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विदाई भोज में भी नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए थे। आरजेडी की तरफ से भी नीतीश को लेकर सॉफ्ट रवैया अपनाया जा रहा है। वहीं तेजस्वी यादव के महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन को भी जेडीयू ने सकारात्मक तौर पर लिया है।