बिहार में बालू की बढ़ती कीमतों से लोगों की बढ़ी मुश्किलें। हाईमास्ट कैमरों से होगी अवैध खनन की निगरानी।

प्रदेश में एक जून से बालू खनन पर रोक लगा दी गई है।वैध तरीके से बालू का खनन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में बालू माफिया अवैध खनन करके इसकी कालाबाजारी कर रहे हैं। इन्हीं कारणों से बाजार में बालू की कीमतें काफी बढ़ गई है। निर्माण से जुड़े कार्यों की गति काफी धीमी हो गई। बालू की बढ़ती कीमतों से आम जन काफी परेशान हैं।

हाई मास्ट कैमरों से होगी निगरानी।

इस बीच राज्य सरकार ने सूबे के सभी प्रमुख और संवेदनशील बालू घाटों पर निगरानी के लिए हाईमास्ट कैमरे लगाने का फैसला लिया है। इससे रात में भी निगरानी की जा सकेगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। खान एवं भूतत्व विभाग ने सभी जिलों से संवेदशील और प्रमुख घाटों की सूची मांगी है। लिस्ट मिलने के बाद विभाग आगे की कार्यवाही करेगा। फिर वहां कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। विभाग का मानना है कि इससे बालू के अवैध खनन और अवैध कारोबार पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। इससे पहले सरकार ड्रोन से बालू घाटों की निगरानी की योजना लाई थी।

धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन।

बता दें कि प्रदेश में कई ऐसे बालू घाट है जहां पर अवैध खनन जारी है। औरंगाबाद, रोहतास, अरवल जिले के गांव से भी सोन नदी से अवैध खनन बदस्तूर जारी है।
इस एक तरफ सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है दूसरी तरफ बालू माफिया मनमानी कीमत पर बालू बेच रहे हैं। क्योंकि प्रदेश में बालू खनन पर फिलहाल रोक है। इस दिशा में कदम उठाते हुए विभाग ने प्रमुख बालू घाटों पर उच्च क्षमता वाले कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। इन कैमरों की मदद से रात के समय में भी आसानी से बालू घाटों की निगरानी हो सकेगी।