भारत और नेपाल के बीच खुला बॉर्डर होने के कारण कई बार दूसरे देश के नागरिक भी अवैध रूप से बिहार में प्रवेश कर जाते हैं। इसके अलावा तस्करी की भी घटनाएं सामने आती है। इसी पर लगाम लगाने के लिए अब भारत नेपाल बॉर्डर पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट( आईसीपी) का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए गृह मंत्रालय ने हरी झंडी दे दी है। साथ ही इसकी जानकारी वार्षिक रिपोर्ट 2020-21 के माध्यम से दिया है।
बता दें कि वर्तमान में इंडो-नेपाल बॉर्डर पर रक्सौल और जोगबनी में है। जहां से दोनों देशों के बीच सड़क मार्ग से व्यापार को बढ़ावा मिलता है।भिट्ठामोड़ में इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के स्थापित होने से दोनों देशों के बाजार को बढ़ावा मिलेगा। व्यापारिक रिश्ता और मजबूत होगा। अवैध मार्ग से तस्करी पर भी लगाम लग सकेगा।
अवैध व्यापार पर लगेगा लगाम।
बताया जा रहा है कि भिट्टामोड़ में इंट्रीग्रेटेड चेक पोस्ट के स्थापना के बाद अवैध व्यापार पर भी नकेल कसा जाएगा। निर्माण के बाद उक्त जगहों पर दोनों देशों के सुरक्षाकर्मी और खुफिया एजेंसियां काम करेगी। जिससे इसपर लगाम लगने की संभावना जतायी जा रही है। मालूम हो कि, वर्तमान में पेट्रोलियम, शराब, गांजा, सुपाड़ी, सिगरेट, हथियार आदि की तस्करी उस इलाके से होती है। एसएसबी तस्करों पर लगाम लगाए हुए है। लेकिन, चेक पोस्ट बनने से सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था होगी और अवैध व्यापार पर लगाम लगेगा।