बिहार से झारखंड, छत्तीसगढ़ के लिए नई रेल लाइन का होगा निर्माण। लालू प्रसाद यादव ने रेल मंत्री रहते दी थी मंजूरी।

बिहार में जल्द ही एक और रेल लाइन का निर्माण होगा। चार दशक से बंद पड़े डेहरी- पिपरडीह लाइन पर एक बार फिर से ट्रेनें चलेंगे। प्रथम चरण में रेलवे डेहरी से बंजारी 36.4 किलोमीटर तक रेल लाइन का निर्माण करेगा। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व झारखंड को रोहतास से सीधे जोड़ने वाली बंजारी रेल लाइन का अब गतिरोध समाप्त हो चुका है। जिसका निर्माण कार्य बहुत जल्द ही शुरू होगा। जिससे रोहतासगढ़ किला सहित अन्य पर्यटन स्थलों एवं उद्योगों का लाभ मिलेगा।

2008 में रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने दी थी मंजूरी।

जेडआरयूसीसी सदस्य ने रेल राज्य मंत्री को पत्र में बताया था कि पूर्व मध्य रेलवे के डीडीयू मंडल अंतर्गत डेहरी ऑन सोन- बंजारी रेल लाइन के निर्माण की घोषणा वर्ष 2008 में तत्कालीन रेल मंत्री द्वारा की गई थी लेकिन पिछले 14 वर्षों में सिर्फ सर्वे एवं मिट्टी परीक्षण का कार्य किया गया। तब यह परियोजना 110 करोड़ की थी। रोहतास जिले समेत झारखंड के पलामू के लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। इस रूट के बन जाने के बाद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश की दूरी काफी कम हो जाएगी। यहां से चुनार होते चोपन तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा।

पहले चला करती थी लाइट रेलवे।

अंग्रेजी सरकार के समय 1911 में लाइट रेलवे की यहां शुरुआत हुई थी 1958 में इसे अकबरपुर से विस्तारित करते हुए पिपराडीह तक ले जाया गया। डेहरी स्थित डालमिया की कंपनी इसी रेलवे के सहारे कच्चे मालों को कैमूर पहाड़ी से लाने व अपनी औद्योगिक जरूरतों के लिए इस रेल मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन शुरू की थी। जिससे रोहतास उद्योग समूह की इस कंपनी को सवारी एवं माल ढुलाई से 1960 तक 50 हजार से अधिक सवारी एवं 9 हजार टन माल ढुलाई से करीब 40 लाख रुपए तक मुनाफा होता था। 9 जुलाई 1984 को रोहतास उद्योग समूह के बंदी के बाद 16 जुलाई को लाइट रेलवे भी बंद हो गई थी और फिर इसका अस्तित्व ही मिट गया।