लंबी दूरी की यात्रा के लिए ट्रेन के बाद सर्वाधिक बसों का इस्तेमाल होता है। छोटे शहरों से भी उपलब्धता की वजह से बसें आज भी कम समय में यात्रा के लिए यात्रियों की पसंद बनी हुई है। इस बीच परिवहन विभाग बिहार से बंगाल और छत्तीसगढ़ के लिए एक नई बसें चलाने जा रहा है। राज्य परिवहन प्राधिकार ने दोनों राज्यों के बीच 56 रूटों पर 180 बसों की रिक्तियां निकाली हैं। अब परमिट के लिए गाड़ी मालिकों से आवेदन मांगा गया है।
लोगों को अपने कस्बे से भी मिल जाएगी बस।
बता दें कि बिहार एवं पश्चिम बंगाल और बिहार व छत्तीसगढ़ के मध्य हुए पारस्परिक परिवहन समझौते के तहत करीब छह दर्जन रूट बसों के परिचालन के लिए चिह्नित किये गये थे। इनमें अधिकांश रूटों पर बसों का परिचालन हो रहा है,लेकिन उनकी संख्या कम है। अब विभाग इन रूटों पर बची रिक्तियां भर कर बसों की संख्या बढ़ायेगा, ताकि आम लोगों को सहूलियत हो सके और लोगों को घर के पास गाड़ी मिल सके।
इन रूटों पर चलेंगी बसें।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बिहार से बंगाल के लिए 45 रूट चिह्नित किये गये हैं। इनमें 34 रूटों पर करीब 116 बसों की रिक्तियां हैं। सुल्तानगंज से मालदा वाया कटिहार, भागलपुर से सिउरी वाया दुमका, मरहर से कोलकाता वाया धनबाद, पूर्णिया से कोलकाता वाया फरक्का और भागलपुर से दुर्गापुर वाया दुमका रूट पर सर्वाधिक बसों की रिक्तियां हैं। वहीं, बिहार से छत्तीसगढ़ के बीच 28 रूटों पर बसों का परिचालन निर्धारित है, जिनमें 22 रूटों पर करीब 66 बसों की संख्या बढ़ायी जायेगी। इसमें सबसे अधिक बसें बिहारशरीफ-अंबिकारपुर वाया रांची, अंबिकापुर-बोधगया वाया औरंगाबाद, पटना -जसपुर वाया रांची, दरभंगा-कुनकुरी वाया रांची, भागलपुर-कुनकुरी वाया रांची, सीवान-बगीचा वाया अंबिकापुर और जसपुर से जैरागी वाया चैनपुर शामिल हैं।