हमारे समाज में कई ऐसे लोग हैं जो समाज को अच्छा संदेश तो देते ही हैं साथ ही समाज के लिए कुछ अच्छा भी करते हैं। बेटी बोझ नहीं है। इसी संदेश को प्रसारित करने के लिए बनारस की एक लेडी डॉक्टर अपने अस्पताल में डिलीवरी के लिए आने वाली वैसी महिलाओं से डिलीवरी चार्ज नहीं लेती जिनकी लड़की पैदा होती है।
बनारस की डॉक्टर शिप्रा मुफ्त में करती हैं इलाज।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले की डॉ. शिप्रा धर पिछले कई सालों से ये काम कर रही हैं। उनके नर्सिंग होम में अगर किसी दंपति के घर बेटी जन्म लेती है तो वो पूरे अस्पताल में मिठाईयां बंटवाती है और खुशियां मनाती हैं। वे काशी मेडिकेयर के नाम से अपना अस्पताल चलाती हैं।
400 से अधिक बेटियों की करा चुकी हैं डिलीवरी।
बता दें कि डॉक्टर शिप्रा धर श्रीवास्तव अपने अस्पताल में 480 से अधिक बेटियों की मुफ्त डिलीवरी करा चुकी हैं। इसके अलावा डॉ शिप्रा ने गरीब लड़कियों की शिक्षा का भी बीड़ा उठाया है। वह नर्सिंग होम में ही लड़कियों को पढ़ाती हैं। घरों में काम करने वाली कई बच्चियां उनके पास पढ़ने आती हैं। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ दिलाने में भी मदद करती हैं। इस मुहिम में उनके पति मनोज कुमार श्रीवास्तव की मदद करते हैं जो खुद एक डॉक्टर हैं।