यह विभाग है बिहार के इंजीनियरों की पहली पसंद। 90% चयनित इंजीनियर इसी में चाहते हैं ज्वाइनिंग।

बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा हाल ही में 1241 असिस्टेंट इंजीनियर का चयन किया गया है। जब विभागों के बंटवारे को लेकर विकल्प चुनने की बात आई तो इनमें से 1123 ने ज्वाइनिंग के लिए पथ निर्माण विभाग को पहला विकल्प चुना। इसके अलावा ग्रामीण कार्य विभाग में ज्वाइनिंग के लिए 65 लोगों ने चुना। इसके अंतर्गत भी ग्रामीण सड़कों का निर्माण कार्य आता है। इस तरह से दोनों को मिला दे तो कुल चयनित अभ्यर्थियों में से 96% ने सड़क निर्माण से जुड़े विभाग को ही अपना पहला विकल्प चुना है।

वहीं दूसरी तरफ जल संसाधन विभाग में 284 रिक्तियां होने के बावजूद भी सिर्फ 10 लोगों ने इसे पहला विकल्प चुना है। वहीं योजना एवं विकास विभाग में 270 पद खाली हैं, लेकिन इस विभाग को भी सिर्फ छह ने पहली पसंद बताया।

बता दें कि निगरानी विभाग के रडार पर सबसे ज्यादा पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर ही रहते हैं। अभी पिछले एक दो हफ्तों से चल रहे निगरानी विभाग के लगातार छापों में कई धनकुबेर इंजीनियर पकड़े गए।
अभी पिछले हफ्ते ही दरभंगा में के ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता के घर से 49 लाख रुपए और उनकी गाड़ी से 18 लाख रुपए कैश जप्त किए गए थे। इससे पहले पटना के पुनाईचक मोहल्ले से पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता के आवास से 65 लाख रुपये कैश बरामद किया गया था। इसके अलावा भी पथ निर्माण विभाग के कई अन्य अभियंताओं के यहां छापे में लाखों रुपए बरामद हो रहे हैं।