यूपीएससी में बिहार कि अंकिता को दूसरा स्थान। दूसरे अभ्यर्थियों ने भी किया कमाल।

लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा के परिणामों की घोषणा 30 मई को कर दी। इसमें यूपी की रहने वाली है श्रुति शर्मा ने टॉप किया। दूसरे स्थान पर मूल रूप से बिहार के मधेपुरा की रहने वाली अंकिता अग्रवाल हैं। हालांकि अंकिता का परिवार अभी कोलकाता में रहता है। लेकिन अंकिता का बचपन बिहारीगंज गुदरी बाजार, पंचमुखी हनुमान मंदिर के सामने बीता है। प्रारंभिक शिक्षा बिहारीगंज के मॉडर्न पब्लिक स्कूल में हुई है। अंकिता के दादा मालीराम अग्रवाल और पिता मनोहर अग्रवाल का बिहारीगंज में हार्डवेयर का व्यवसाय था।

इन अभ्यर्थियों ने भी किया कमाल।

इसके अलावा मोतिहारी के पताही प्रखंड स्थित नारायणपुर गांव निवासी शुभंकर प्रत्यूष पाठक को 11वीं रैंक मिली है। उन्‍होंने IIT धनबाद से बीटेक किया है। उनके पिता आरके पाठक भारत सरकार में तकनीकी विकास बोर्ड में सचिव हैं। वो कटिहार में भी रह चुके हैं। वहीं, मुंगेर की अंशु प्रिया यादव को 16वीं रैंक मिला है। उनके पिता शैलेंद्र कुमार यादव सरकारी शिक्षक हैं। पटना बिस्कोमान कॉलोनी के रहने वाले आशीष (वैशाली के जंदाहा थाना क्षेत्र के पीरापुर के मूल निवासी) ने अपने पहले प्रयास में ही 23वीं रैंक प्राप्त की है। आशीष के मौसेरे भाई गया जिले के अनिकेत ने 277वीं रैंक हासिल की है।

बिहार की छात्राओं ने भी मारी बाजी

सहरसा की शैलजा को 83वीं, मुजफ्फरपुर की शिवानी को 122वीं, पटना की प्रिया रानी को 284वीं, कैमूर की साक्षी कुमारी को 330वीं रैंक मिली है। महिला एवं बाल विकास निगम की प्रबंध निदेशक हरजोत कौर ने बताया कुल 22 छात्राओं को एक-एक लाख रुपये दिए गए थे। इसमें से पांच ने सफलता हासिल की है। इसके अलावा औरंगाबाद की शुभ्रा शर्मा ने 197वीं रैंक हासिल की है। मोहनिया की साक्षी कुमारी ने 330वीं रैंक प्राप्त की है।