कभी बिहार की राजनीति में एक चर्चित चेहरा माने जाने वाले लालू प्रसाद यादव के साले साधु यादव को एमपी एमएलए कोर्ट ने 3 साल की सजा सुनाई है। साथ ही 16000 का जुर्माना लगाया गया है। मामला सरकारी कार्यालय में घुसकर परिवहन विभाग के अधिकारियों से बदसलूकी करने से जुड़ा है। आईपीसी की अलग-अलग धाराओं के तहत उन्हें सजा सुनाई गई है।
लालू- राबड़ी राज में बोलती थी साधु की तूती।
बता दें कि ये वही साधु यादव हैं, जिनकी लालू-राबड़ी राज में तूती बोलती थी। लालू के बिहार की सत्ता से बाहर जाने के बाद साधु के साथ बहन व जीजा के साथ रिश्ते बिगड़े तो वे राजनीति में अर्श से फर्श पर आ गए।
बिहार में लालू प्रसाद यादव एवं राबड़ी देवी की सरकार के दौर में राबड़ी देवी के भाई व लालू के साले अनिरुद्ध यादव उर्फ साधु यादव की बड़ी हैसियत थी। कहा जाता था कि साधु यादव लालू यादव के दाएं हाथ हैं और अप्रत्यक्ष रूप से सरकार चलाने में वे भी हस्तक्षेप करते हैं।
फिलहाल लालू प्रसाद से बिगड़ चुके हैं रिश्ते।
साधु यादव को लालू प्रसाद यादव ही राजनीति में लेकर आए थे। लालू यादव ने उन्हें विधायक के साथ-साथ सांसद भी बनाया। 2004 में वे गोपालगंज सीट से जीतकर सांसद बने थे। हालांकि बाद में परिवार से उनके रिश्ते खराब हो गए। तेजस्वी यादव की शादी के बाद साधु यादव उनपर काफी काफी भड़क गए थे तेज प्रताप यादव ने साधु यादव को बिहार लौटकर गर्दा छुड़ा देने की धमकी दी थी।