वर्तमान समय में ऑनलाइन शॉपिंग के दौर में वेयरहाउसिंग का कारोबार और फल फूल रहा है। बिहार अपने आप में एक बड़ा मार्केट है। ऐसे में राजधानी पटना के आसपास वेयर हाउसिंग मार्केट काफी तेजी से विकसित हो रहा है। इसी का असर है कि वित्तीय वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में वेयरहाउसिंग(गोदाम) उपलब्धता वाले शहरों में पटना को दूसरा स्थान मिला है। पटना ने इस दौड़ में गुवाहाटी, जयपुर, लुधियाना आदि शहरों को पीछे छोड़ दिया है।
पटना में तेजी से विकसित हो रहा वेयरहाउसिंग मार्केट।
पटना में वित्तीय वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में 9 लाख(0.9 मिलियन) वर्गफीट जगह वेयरहाउसिंग के लिए सृजित हुआ है। यह खुलासा अंतरराष्ट्रीय संगठन नाइट फ्रेंक इंडिया द्वारा जारी ‘इंडिया वेयरहाउसिंग मार्केट रिपोर्ट-2022’ में हुआ। जारी रिपोर्ट के अनुसार पटना ने इस क्षेत्र में वित्तीय वर्ष 2022 में 309 प्रतिशत का विकास दर प्राप्त किया है। बता दें कि राजधानी पटना के 35 किलोमीटर के दायरे में वेयरहाउसिंग का असंगठित बाजार तेजी से विकसित हो रहा है। पटना-गया रोड से दक्षिण, एनएच 922 से पश्चिम और एनएच 31 से पूर्व और पटना से 20 किलोमीटर उत्तर हाजीपुर इलाके में वेयर हाउसिंग कलस्टर विकसित हो रहा है।
अन्य शहरों का ऐसा है हाल।
पहले स्थान पर भुवनेश्वर शहर 527 प्रतिशत विकास दर के साथ रहा है। तीसरे स्थान पर 148 प्रतिशत विकास दर के साथ सिलीगुड़ी काबिज हुआ है। जारी रिपोर्ट में इंदौर और वाफी शहर का विकास दर ऋणात्मक रहा। पूर्वी क्षेत्र में भुवनेश्वर, गुवाहाटी, पटना, सिलीगुड़ी में 4.2 मिलियन वर्गफुट वेयर हाउसिंग जगह का लेनदेन हुआ। पटना के बिहटा, गौरीचक, फतुहा, जीरो माइल, दीदारगंज और खगौल आदि इलाकों में इसके विस्तार की दर सबसे ज्यादा है। पटना के आसपास कोका कोला, फ्लिपकार्ट, जीएसके, पेप्सी आदि कंपनियां का वेयरहाउस मौजूद