हाल ही में खाने-पीने की कई चीजों पर टैक्स लगाने के बाद अब सरकार और कई अन्य चीजों पर टैक्स लगाने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नवरात्रि पर व्यवसायिक रूप से आयोजित होने वाले गरबा कार्यक्रमों पर सरकार ने 18 परसेंट जीएसटी लगा दिया है। विपक्ष और अन्य लोग इसका भारी विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा गरबा के मौके पर पहने जाने वाले कपड़ों पर भी 5 से 12 पर्सेंट जीएसटी लगाई गई है।
सरकार ने रखा अपना पक्ष।
वह इस मामले पर गुजरात के शिक्षा मंत्री और प्रवक्ता जीतू वघानी का कहना है कि गरबा समेत सभी तरह के सास्कृतिक कार्यक्रमों पर 2017 से ही टैक्स लगता आ रहा है। यह सभी राज्यों में समान रूप से लागू है।
चनिया चोली पर 5 फीसदी से 12 फीसदी तक जीएसटी लगाया जा रहा है। 1,000 से कम की चनिया-चोली पर 5 फीसदी और 1000 से ऊपर की कीमत पर 12 फीसदी जीएसटी लगता है। हालांकि, चनिया-चोली पर जीएसटी तभी से लागू है, जबसे सरकार ने जीएसटी लागू किया है।
बनारस के घाट पर बैठने का शुल्क वापस।
इसके पहले वाराणसी नगर निगम द्वारा बनारस के नमो घाट पर 4 घंटे तक बैठने के लिए ₹10 का शुल्क लगाया गया था जिसे भारी विरोध के बाद अब वापस ले लिया गया है। बता दें कि बड़ी संख्या में देशी – विदेशी पर्यटक, श्रद्धालु, शहरवासी और छात्र-छात्राएं बनारस के घाटों पर घूमने जाते हैं।