सामने आया देश का सबसे बड़ा बैंक घोटाला। बैंको को लगा 34000 करोड़ से अधिक का चूना।

देश के इतिहास में अब तक के सबसे बड़े बैंक फ्रॉड का पर्दाफाश हुआ है। एक कंपनी ने बैंकों के समूह को 34000 करोड़ से अधिक का चूना लगाया है। सीबीआई (CBI) ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई में 17 बैंकों के समूह के साथ कथित 34,615 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में डीएचएफएल के कपिल वधावन और धीरज वधावन के खिलाफ केस दर्ज किया है। फिलहाल मुंबई स्थित इनके 12 ठिकानों पर तलाशी ले रही है।

2010 से 2019 के बीच हुआ घोटाला।

सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के अनुसार इस मामले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी जनरल मैनेजर विपिन कुमार शुक्ला ने लिखित शिकायत दी थी। जिसमें कहा गया था कि दीवान हाउसिंग फाइनेंस कार्पोरेशन लिमिटेड(DHFL) और उसकी सहयोगी कंपनियों और सहयोगियों ने 17 बैंकों के समूह का नेतृत्व कर रहे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 34 हजार 615 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। यह घटनाक्रम साल 2010 से साल 2019 के बीच का है।

कंपनी पर यह है आरोप।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस कंपनी ने बैंकों से कुल 42 हजार करोड़ से ज्यादा का लोन लिया, लेकिन उसमें से 34 615 हजार करोड़ रुपए का लोन वापस नहीं किया। साथ ही उनका एक खाता 31 जुलाई 2020 को एनपीए हो गया। आरोप है कि इस कंपनी ने बैंक से जिस काम का पैसा लिया था उस काम में नहीं लगाया जो फंड बैंकों से लिया जाता था वह एक महीने के थोड़े समय के भीतर ही दूसरी कंपनियों में भेज दिया जाता था। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि लोन का पैसा सुधाकर शेट्टी नाम की एक शख्स की कंपनियों में भी भेजा गया साथ ही यह पैसा दूसरी कंपनियों के ज्वाइंट वेंचर में लगाया गया।