ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स में और नीचे खिसका भारत। बांग्लादेश और श्रीलंका से भी पीछे पहुंचा।

हाल के कुछ वर्षों में प्रेस फ्रीडम से लेकर जीडीपी ग्रोथ और हुमन डेवलपमेंट इंडेक्स तक में भारत लगातार नीचे जा रहा है। इसके अलावा हंगर इंडेक्स में भी भारत की स्थिति पतली हो रही है। यह सभी सूचकांक किसी भी देश की विकास यात्रा को दर्शाते हैं। वहीं दूसरी तरफ टीवी पर खूब प्रचार चल रहा है कि देश अमेरिका को भी पीछे छोड़ देगा। जबकि वास्तव में देश के गरीब और मध्यम वर्ग की हालत पतली हो रही है। इस वर्ष के हुमन डेवलपमेंट इंडेक्स(एचडीआई) में भारत और पीछे चला गया।

132 वां स्थान पर है भारत।

यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम द्वारा जारी 2021-22 ग्लोबल ह्यूमन डेवलपमेंट रिपोर्ट में भारत 132वें पायदान पर है, जबकि पिछले साल इस रिपोर्ट में भारत 131वें पायदान पर था। HDI रिपोर्ट में इस बार 191 देशों को शामिल किया गया है। किसी भी देश का HDI निकालने के लिए वहां के लोगों की औसत आयु, शिक्षा, लिविंग स्टैंडर्ड और इनकम को खास तौर पर आधार बनाया जाता है।

पड़ोसी देशों से भी पीछे है भारत।

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत अपने पड़ोसी देश श्रीलंका, बांग्लादेश और भूटान से भी नीचे है। इस लिस्ट में श्रीलंका 73वें , चीन 79वें, बांग्लादेश 129वें और भूटान 127वें नंबर पर है। वहीं पाकिस्तान 161वें, नेपाल 143वें और म्यांमार 149 वें नंबर के साथ भारत से पीछे है। इंडेक्स में स्विटजरलैंड पहले नंबर पर है। इसके बाद नार्वे दूसरे और आइसलैंड तीसरे नंबर पर हैं। इंडेक्स में सबसे नीचे अफ्रीका के साउथ सूडान, चेड और नाइजर देश है।