प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत करोड़ों गरीब परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन दिया गया था। हालांकि गैस सिलेंडर की कीमत ज्यादा होने के कारण चार करोड़ से अधिक लोगों ने फिर उसे रिफिल नहीं करवाया। बता दें कि मई 2016 में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा ग्रामीण और वंचित परिवारों, खासकर ईंधन के रूप में जलावन लकड़ी, कोयला, गोबर के उपले आदि जैसे पारंपरिक ईंधन का उपयोग करने वालों के लिए एलपीजी कनेक्शन देने हेतु ज्वाला योजना की शुरुआत हुई थी।
राज्यसभा में सरकार ने दी जानकारी।
राज्यसभा में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने लिखित जवाब में बताया कि “उज्ज्वला योजना के 4.13 करोड़ लाभार्थियों ने एक बार भी रसोई गैस सिलेंडर को रिफिल नहीं करवाया है, जबकि 7.67 करोड़ लाभार्थियों ने एक ही बार सिलेंडर भरवाया है।’ अब यह जानकारी सामने आने के बाद सरकार पर लोग तंज कस रहे हैं।
नए नियम में ₹200 मिलना है सब्सिडी।
सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत 9 करोड़ मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन बांटे हैं। इन सभी लोगों को एलपीजी सब्सिडी के रूप में 200 रुपये प्रति सिलेंडर तय है। सब्सिडी सालाना 12 सिलेंडर पर देने का नियम सरकार ने बनाया है। 21 मई 2022 से 2022-23 के लिए सरकार ने ये नियम तय किए हैं सरकार उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवार की महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देती है।