बिहार के इन पर्यटन स्थलों पर बनेगा अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पर्यटन केंद्र।

प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यहां पर बोधगया, राजगीर, जैसे कई ऐतिहासिक स्थल पर मौजूद हैं ही। साथ ही इको टूरिज्म की भी अपार संभावनाएं हैं। इसी को देखते हुए सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु पर्यटन स्थलों पर सुविधाएं विकसित करने का लगातार प्रयास कर रही है। अब पर्यटन विभाग ने बौधगया, नालंदा, राजगीर व बेतिया में पर्यटन केंद्र को बेहतर और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने का निर्णय लिया है, ताकि पर्यटकों को इन इलाकों में घूमने में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो।

पिछले महीने ही बोधगया दौरे पर आए बिहार के पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद ने कहा था कि बोधगया में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यहां पर पहले अच्छी संख्या में पर्यटक आते रहते हैं। अतः हमने यहां पर आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक अतिथि विश्रामगृह बनाने का फैसला किया है। साथ ही ऑडिटोरियम का निर्माण किया जा रहा है। पर्यटन केंद्र को अत्याधुनिक करने से देश-विदेश से बिहार आने वाले लोगों पर्यटकों को तमाम तरह की सुविधाएं मिलेंगी। वहीं, उस क्षेत्र की पूरी जानकारी और वहां की लोकल संस्कृति के बारे में पर्यटकों को बताया जायेगा।

इसके लिए प्रदेश सरकार ने जिलाधिकारियों से भी सहयोग मांगा है। जिलाधिकारियों से यह बताने को कहा गया है कि उनके क्षेत्र में कौन-कौन ऐसी जगह हैं जिसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। इसके अलावा सरकार इको टूरिज्म को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। पिछले दिनों बेतिया पहुंचे पर्यटन मंत्री ने अमवा मन झील को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित करने के लिए जिलाधिकारी को निर्देश दिए थे।