प्रदेश में नेशनल हाईवे की कई परियोजनाएं चल रही हैं। राज्य में रोड कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है। जानकारी के अनुसार भारतीय राष्ट्रीय राज्य मार्ग परिवहन (एनएचएआई) प्रदेश में कुल 9 परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है जिसके अन्तर्गत 857 किलोमीटर नेशनल हाईवे का निर्माण किया जाना है। इसके अलावा कई सारी योजनाओं का डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है।
अब 82 किलोमीटर लंबे मुजफ्फरपुर – सोनबरसा टू लेन को अब फोरलेन करने की स्वीकृति मिल चुकी है। इसमें आगे जमीन अधिग्रहण को लेकर भी कोई समस्या नहीं है क्योंकि जमीन अधिग्रहण का कार्य टू लेन के निर्माण के दौरान ही पूरा हो गया था। हालांकि कई सारे किसानों की जमीन अधिग्रहण के भुगतान को लेकर मतभेद थे। बता दें कि इस प्रोजेक्ट पर लगभग 984 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। 3 महीने के अंदर इसके टेंडर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
पिछले हफ्ते आरा में ब्रिज का उद्घाटन करते समय केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया था कि बिहार में रोड प्रोजेक्ट, आर ओ बी और पुल समेत कुल 24 परियोजनाओं के डीपीआर तैयार करने का काम चल रहा है। इस मे लैंड एक्विजिशन के लिए हमको बिहार सरकार का सहयोग चाहिए। इन सारे प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 1042.66 किलोमीटर हैं। यह सारे प्रोजेक्ट 21000 करोड़ रुपए के हैं। इन कामों में पैसे की कोई कमी नहीं है।
उन्होंने बताया कि श्री राम जानकी मार्ग का निर्माण हो रहा है। उसनमें बिहार में 240 किलोमीटर के हिस्से को 27 सौ करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। राम जानकी मार्ग का जो हिस्सा बिहार में है उसमे उत्तरप्रदेश सीमा से सिवान तक 36 किलोमीटर, चकिया से सीतामढ़ी 58 किलोमीटर, सीतामढ़ी से सुरसंड पश्चिम 32 किलोमीटर और सुरसंड पश्चिम से जनकपुरी नेपाल 32 किलोमीटर सड़क निर्माण होना है।